8 दिन बाद अंकिता के घर पहुँची फॉरेंसिक टीम, SDPO नूर मोहम्मद पर कोई केस नहीं: बोले पूर्व CM – घटना में PFI का हाथ

दुमका में अंकिता सिंह को जलाए जाने के 8 दिन बाद पहुँची फॉरेंसिक टीम (फोटो साभार: ANI)

झारखंड के दुमका में शाहरुख़ हुसैन ने अंकिता सिंह को जला कर मार डाला। अब अंकिता को जलाए जाने के 8 दिन बाद फॉरेंसिक की टीम घटनास्थल पर पहुँची है। CID के DSP संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में जाँच के लिए 10 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। अब जाकर वो टीम मंगलवार (30 अगस्त, 2022) को 12वीं की छात्रा रही 17 वर्षीय मृतका के आवास पर पहुँची। टीम में CID के सदस्य, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के विशेषज्ञ और फिंगर प्रिंट ब्यूरो के लोग हैं।’

CID के डीएसपी संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि वो लोग यहाँ पर घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने के लिए पहुँचे हैं। इन सबूतों को बाद में अदालत के समक्ष रखा जाएगा। एक दिन पहले ही उन्हें यहाँ आने के आदेश दिए गए हैं। स्थानीय SDPO नूर मोहम्मद को इस घटना की जाँच से हटा दिया गया है, जिस पर आरोपित को बचाने के आरोप लगे थे। स्थानीय लोग और पीड़िता के परिजन भी उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

हालाँकि, नूर मुस्तफा के विरुद्ध अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी कुछ दस्तावेज साझा करते हुए बताया था कि कैसे उसने ST एक्ट के आरोपित जुल्फिकार को बचाया था। अंकिता सिंह की हत्या की जाँच अब इंस्पेक्टर स्तर का एक पुलिस अधिकारी करेगा। इस केस की निगरानी SP स्तर के एक अधिकारी को दी जाएगी। दुमका के एसपी अंबर लकरा ने इस सम्बन्ध में जानकारी दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता रघुबर दास ने कहा है कि इस घटना के पीछे कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI का हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस की हिरासत में हत्यारे शाहरुख़ हुसैन के हँसना और मूँछों पर ताव देना ये दिखाता है कि एक पूरा गिरोह है, जो जिहादी मानसिकता के लोग चला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नूर मुस्तफा के संरक्षण में PFI काम कर रही है। उन्होंने इलाके में हिन्दुओं को निशाना बनाए जाने और धर्मांतरण का गिरोह चलने की भी बात बताई।

उन्होंने PFI को हेमंत सोरेन सरकार का वोटबैंक बताते हुए कहा कि भाजपा की सरकार आने पर इन चीजों की विस्तृत जाँच की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि वतमान हेमंत सोरेन सरकार में बड़े पैमाने पर राष्ट्र विरोधी शक्तियाँ सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि ये शक्तियाँ समाज को तोड़ना चाहती हैं। रघुबर दास ने आरोप लगाया कि ये जिहादी मानसिकता के लोग लड़कियों से ‘लव जिहाद’ करते हैं और सफल रहने पर ज़िंदा जलाने की धमकी देते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया