प्रतापगढ़ मर्डर: हाथ-पाँव काटकर खाट से बाँधा और झोपड़ी सहित फूँक दिया गया दलित

शादीशुदा शाहिद ने तलाक़शुदा बीवी शबनम की काटी नाक, शाहिद के अब्बू-भाई समेत के 3 के ख़िलाफ़ FIR दर्ज (प्रतीकात्मक तस्वीर)

कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के रामपुर बेला गाँव में 35 वर्षीय विनय नामक दलित व्यक्ति को देर रात उसके ही खेत में बनी झोपड़ी में जलाकर मार दिया गया था। इस घटना का पता उस समय चला था जब 17 जून की सुबह विनय की झोपड़ी से धुआँ उठता दिखाई दिया। गाँव के लोगों ने जाकर देखा तो विनय की झोपड़ी और झोपड़ी के अंदर विनय का शव बुरी तरह जल चुका था। खबरों के मुताबिक पता चता चला था कि विनय को उसकी खाट से बाँधकर जलाया गया है। साथ ही उसकी मोटरसाइकल भी उसी आग में जला दी गई।

इस घटना में पहले ग्रामीणों को लग रहा था कि ‘विशेष समुदाय’ के लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है, क्योंकि एक दिन पहले ही भारत-पाक की जीत पर विनय की उनसे झड़प हुई थी, जबकि विनय के परिवार ने बताया कि विनय अपने परिवार के साथ मैच देख रहा था लेकिन उसने ऐसे किसी झगड़े के बारे में नहीं बताया।

इस मामले पर स्वराज मैगजीन की पत्रकार स्वाति गोयल ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट की, ताकि मामले के अनसुलझे सिरों पर प्रकाश डाला जा सके। स्वाति की रिपोर्ट के अनुसार विनय की इतनी बेरहमी और क्रूरता से हत्या की गई कि न केवल ग्रामीण बल्कि मेडिकल प्रोफेशनल्स भी उसे देखकर हैरान रह गए।

रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों ने बताया कि विनय का शव विखंडित हो रखा था, उसके हाथ-पाँव काट दिए गए थे और उसका शव लोहे की तार से खाट में बंधा हुआ था। विनय के भाई का कहना है कि उसे यह भी संदेह है कि विनय का गला तक काट दिया गया था। साथ ही, उसके पेट की जगह उन्हें सिर्फ़ राख़ दिखाई दे रही थी।

स्वाति के मुताबिक पट्टी पुलिस थाने के एसएचओ अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि ‘अनजान’ व्यक्ति के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया। जाँच जारी है और पुलिस ने पूछताछ के लिए 2 लोगों को हिरासत में लिया है। इन 2 लोगों में विनय का एक साथी प्रेम सरोज भी शामिल किया है जो सूअर चराने के काम में विनय के साथ काम करता था। हालाँकि विनय के परिवार ने इस हत्या में प्रेम के नाम होने की संभावना को मना किया है क्योंकि उनके लिए वह एक परिवार जैसा है।

विनय के परिवार वालों का शक इस हत्या में उन लोगों पर जा रहा है जो उस रात 100 मीटर दूरी पर निर्माणाधीन फार्म हाउस में मांस और शराब के साथ पार्टी कर रहे थे। परिवार के शक के पीछे बहुत से कारण हैं, जिनसे गाँव वाले भी सहमति जता रहे हैं।

परिवार के शक का कारण:

  • जिस तार से विनय को बाँधा गया, बिलकुल वैसी ही तार का प्रयोग निर्माण स्थल पर किया जा रहा था।
  • ऐसा मुमकिन ही नहीं कि विनय पर इतनी क्रूरता से हमला किया गया और पार्टी कर रहे उन लोगों को सुनाई ही नहीं दिया हो।
  • फार्महाउस की तरफ़ खून के निशान मिले हैं।
  • दो लोग जो कि फार्महाउस के पार्टनर्स से संबंधित है, वो आपराधिक प्रवृति के हैं।

हालाँकि विनय के परिवार के पास फार्महाउस में पार्टी कर रहे लोगों पर इल्जाम लगाने का कोई मकसद नहीं है, उनका कहना यह भी है कि विनय की किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं थी, वह लोग इस बात को भी नहीं समझ पा रहे हैं कि कोई विनय की हत्या क्यों करेगा।

परिवार के शक के बारे में पुलिस का कहना है कि अभी तक उनके पास इस तरह की कोई शिकायत दर्ज नही हुई है। और ग्रामीणों का इस घटना को लेकर कहना है कि उन्होंने इस तरह का भयंकर अपराध 1998-99 के बाद देखा जब एक 5 लोगों के परिवार की अज्ञात हत्यारों द्वारा हत्या कर दी गई थी।

गौरतलब है इस गाँव की आधे से ज्यादा आबादी दलितों की है जिन्होंने जाति और सांप्रदायिक संघर्ष कभी नहीं देखे। इस घटना के बाद कई स्थानीय राजनेताओं ने परिवार से मिलकर उन्हें मदद की पेशकश की। जानकारी के अनुसार इस मामले में पुलिस के पास अब तक हत्यारों को लेकर कोई सुराग नहीं हैं और विनय के परिवार वालों के पास भी इन सवालों का कोई जवाब नहीं है कि हत्यारे कौन हो सकते हैं और विनय को मारने के क्या कारण हो सकते हैं?

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया