मैंने सोचा PM मोदी को देख लूँ… उन्हें प्रणाम कर लूँ: वायरल तस्वीर वाले जुल्फीकार ने बताई कान में बोली बात

जुल्फिकार की पीएम मोदी के साथ वायरल तस्वीर

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर वायरल हुई थी। इसमें एक मुस्लिम व्यक्ति उनके कान में कुछ कह रहा था और पीएम भी बड़े ध्यान से उसकी बात सुन रहे थे। सोशल मीडिया पर इस आत्मीयता भरी तस्वीर देख कई लोग खुश हुए, वहीं कुछ ने ये कह दिया कि तस्वीर में टोपी पहनकर नजर आने वाला युवक कोई हिंदू होगा!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह वायरल होती तस्वीर 3 अप्रैल 2021 की है। इसमें नजर आने वाले युवक का नाम जुल्फिकार है, जिनकी मुलाकात पीएम मोदी से सोनकार रैली के समय हुई थी। नवभारत टाइम्स ने हाल ही इसी जुल्फिकार उर्फ जुल्फी से एक्सक्लूसिव बात की है। इस इंटरव्यू में जुल्फी से कई सवाल पूछे गए, जिनका जवाब उन्होंने बड़ी ईमानदारी से दिया।

उन्होंने कहा, “कुछ लोगों ने तस्वीर देख ये कहा कि हो सकता है ये लड़का हिंदू हो। लेकिन मुझे किसी से प्रमाण नहीं चाहिए। मुझे भारत सरकार ने सर्टिफिकेट दिया है। मेरा नाम जुल्फिकार है और मेरे पिता अब्दुल साजिद हैं।”

नवभारत टाइम्स के सामने अपने मन की बात ऱखते हुए जुल्फी ने पीएम से मिलने की खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं वहाँ तक पहुँच जाऊँगा। मैंने सोचा था कि एकबार प्रधानमंत्री मोदी को दूर से देख लूँ और उनको प्रणाम कर लूँ। मैं उन्हें बहुत फॉलो करता हूँ।”

इस बाचतीत में जुल्फी ने बताया कि कैसे 3 अप्रैल को वह उस कार्यक्रम में पहुँचे और वहाँ उनका कोरोना टेस्ट हुआ। उनके अनुसार वह हैलीपैड के पास बहुत एक्साइटमेंट में खड़े थे। उन्हें लग रहा था कि जैसे ही पीएम उनके सामने से जाएँगे वह उन्हें दूर से प्रणाम कर लेंगे। लेकिन एसपीजी ने कहा कि पीएम के पैर नहीं छूने।

जुल्फी बताते हैं कि पीएम से मिलते समय उन्होंने इत्तेफाक से वही पैंट पहनी थी जिसे पहन वह जुमे की नमाज करने गए थे। जेब में नमाजी टोपी थी। इसे देख वहाँ खड़े एक शख्स मेघनाथ पोद्दार ने बताया कि नमाजी टोपी पहन लीजिए आप अच्छे दिखेंगे। जुल्फी इस बात को सुनने के बाद भीतर से खुश हुए। उन्होंने सोचा कि बीजेपी में सभी धर्मों का सम्मान है। इसके बाद वह नमाजी टोपी पहन पीएम से मिले, जैसा कि तस्वीर में दिख भी रहा है।

पीएम के कान में उन्होंने क्या कहा? इसे लेकर जुल्फीकार ने नवभारत टाइम्स को बताया कि दरअसल, जब पीएम गाड़ी से आ रहे थे, तो सब उन्हें हाथ जोड़कर नमस्कार कर रहे थे। लेकिन इस दौरान जुल्फी ने उन्हें अपने ढंग से सलाम किया और पीएम भी उसी अंदाज में उनका अभिवादन करते दिखे।

इसके बाद जब पीएम गाड़ी से उतरे तो उनका नाम पूछा लेकिन हैलीकॉप्टर की आवाज के कारण वह सुन नहीं पाए और जुल्फी के करीब आए। जुल्फीकार ने अपना नाम बताया जिसके बाद पीएम ने कंधे पर हाथ रख पूछा कि आप क्या बनना चाहते हैं? यहाँ जुल्फीकार ने कहा, “मैं काउंसलर नहीं बनना चाहता, मैं विधायक नहीं बनना चाहता, मैं सांसद नहीं बनना चाहता। मैं राष्ट्रहित में काम करना चाहता हूँ।”

इस जवाब के बाद भी पीएम ने जुल्फी से पूछा कि आप और क्या चाहते हैं। इस पर जुल्फी ने उनके साथ फोटो की इच्छा जाहिर की, लेकिन जब तक वह अपनी जेब से फोन निकालते, तब तक पीएम ने अपने फोटोग्राफर को फोटो के लिए कह दिया और जुल्फी से सामने देखने को बोला। इसके बाद पीएम ने जाते हुए उनसे कहा कि आपसे जल्द मुलाकात होगी।

अपनी इस बातचीत में जुल्फीकार ने कई अन्य मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर लोगों को भ्रमित किया गया है। असल में यह भलाई के लिए है। जुल्फी देश के मुसलमानों से पूछते है कि उन्हें हिंदुस्तान बोलने में क्या दिक्कत है।

वह कहते हैं, “ यह बात स्पष्ट है कि यह हिंदुओं का स्थान है। कुछ लोग कहते हैं कि यह हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। मेरा सवाल है कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार होता है, क्या यह सही है, क्या यह इस्लाम में है। यह चीज बहुत गलत है। भारत में, हमारे हिंदुस्तान में मुसलमानों को आजादी है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया