‘जो धर्म को ललकारेगा उसे उसकी ही भाषा में जवाब देगा हिंदू’: टी राजा सिंह फिर से गिरफ्तार, कहा- यह धर्मयुद्ध है, अब हिंदू पीछे नहीं हटेगा

विधायक ठाकुर राजा सिंह (तस्वीर-ज़ी न्यूज़)

हैदराबाद के गोशामहल (Goshamahal, Hyderabad) से भाजपा (BJP) के निलंबित विधायक ठाकुर राजा सिंह (Thakur Raja Singh) को तेलंगाना पुलिस ने उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है।

बुधवार की रात को ऑपइंडिया को भेजे एक वीडियो में राजा सिंह ने कहा था, “मेरी गिरफ्तारी के लिए मुस्लिमों ने हैदराबाद प्रशासन को शुक्रवार तक का समय दिया है और कुछ लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की है।। संभव है कि मुस्लिमों को खुश करने के लिए हैदराबाद पुलिस फिर से मुझे गिरफ्तार कर सकती है।”

उधर हैदराबाद पुलिस के एक IPS अधिकारी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कह रहा है, “मुहम्मद सिर्फ मुस्लिमों के नहीं, सबके प्रोफेट हैं। हम पुलिस वाले उसको (राजा सिंह की गिरफ्तारी को) Ego पर ले रहे हैं। उसे गिरफ्तार करेंगे।”

पुलिस अधिकारी खुद को मुस्लिमों के साथ बताते हुए आगे कहता है, “हम भी इस प्रोटेस्ट में साथ हैं। अपने पीसफुल प्रोटेस्ट के लिए परमिशन नहीं लिया, क्योंकि वो आपकी दिल की तकलीफ थी। ये सबका प्रोटेस्ट है। इसलिए आपका (मुस्लिमों का) साथ दिया और अभी भी आपका साथ देंगे। हम पर भरोसा रखो.. हम जो करेेंगे आप आकर देख लीजिए, फिर भी आपको भरोसा ना आए तो आप आगे जो चाहें करें।”

उधर, विधायक की गिरफ्तारी पर तेलंगाना पुलिस ने कहा, “राजा सिंह को पीडी एक्ट (Preventive Detention Act) के तहत हिरासत में लिया गया। रिकॉर्ड बताते हैं कि उसके खिलाफ दर्ज 101 आपराधिक मामलों में से वह 18 सांप्रदायिक अपराधों में शामिल था। मंगलहाट पुलिस ने उस पर पीडी के आदेश को अमल में लाया, उसे सेंट्रल जेल, चेरियापल्ली में बंद किया जा रहा है।”

बता देें कि पीडी एक्ट एक ऐसा कानून है, जिसके तहत पुलिस किसी को आदतन और कुख्यात अपराधी बताकर एक साल तक के लिए जेल में बंद रख सकती है। इस कानून का सबसे विवादास्पद हिस्सा वह है, जिसमें इस ऐक्ट के तहत गिरफ्तार व्यक्ति को संविधान के अनुच्छेद 22 (1) और 22 (2) के तहत मिला संरक्षण उस व्यक्ति को नहीं मिल पाएगा।

इसके पहले राजा सिंह को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्हें बेल मिल गई थी, जिसका मुस्लिमों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध किया जा रहा है। वहीं, राजा सिंह अपनी गिरफ्तारी की आशंका पहले ही जाहिर कर दी थी।

ठाकुर राजा सिंह ने गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “मुझे सूचना मिली है कि मेरे पुराने केसों को जोड़कर मुझे परेशान कर सकती है पुलिस। कल मुख्यमंत्री कार्यालय में एक मीटिंग हुई और मुख्यमंत्री जी को भी अब Ego आ गया कि किसी भी हालत में राजा सिंह को जेल में डाला जाए या तड़ीपार किया जाए।”

वीडियो में विधायक सिंह ने आगे कहा, “मैं मुख्यमंत्री जी को बताना चाहूँगा कि ना हम गोली से डरते हैं, ना हम फाँसी से डरते हैं, ना ही हम किसी जेल से डरते हैं। ये धर्मयुद्ध है। कोई हमारे भगवान को गाली दे, ये हमें बर्दाश्त नहीं। जो धर्म को ललकारेगा, जिस भाषा में वो समझेगा उस भाषा में राजा सिंह ही नहीं, भारत का हर हिंदू उस दुश्मन का जवाब देगा।”

कॉन्ग्रेस नेता और कट्टरपंथियों का सरकार पर दबाव

उधर इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी में विधायक राजा सिंह को जमानत मिलने के बाद गुरुवार (25 अगस्त 2022) को भी हैदराबाद में मुस्लिमों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। मुस्लिमों के एक समूह ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर विधायक को गिरफ्तार करने का दबाव डाला।

इसके पहले मंगलवार को उन्हें जमानत मिलने के बाद शहर के शालीबांदा में तो पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की हिंसक झड़प हुई। इस दौरान ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाए गए। पुलिस वैन में भी तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा बाजारों से दुकानें जबरन बंद कराने की, राजा सिंह के पोस्टर्स पर चप्पल मारने की, उनका पुतला जलाने की घटना भी प्रकाश में आई है।

राजा सिंह के बयान पर तेलंगाना कॉन्ग्रेस के सचिव राशिद खान ने आग लगाने की बात कही थी। उनका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें राशिद खान को अल्लाह हू अकबर, नारा-ए-तकबीर, सर तन से जुदा नारे लगाने वाली भीड़ का समर्थन करते गया।

कथित पैगंबर पर राजा सिंह की टिप्पणी

बता दें कि उल्लेखनीय है कि सोमवार (22 अगस्त 2022) को ठाकुर राजा सिंह ने मुनव्वर फारूकी के विरुद्ध एक वीडियो बनाया था। इसमें उन्होंने इस्लाम पर बात करते हुए एक बुजुर्ग पर बात की थी, जिस पर मुस्लिमों ने कहा कि वो पैगंबर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी है। इसके बाद शहर भर में प्रदर्शन हुए। मंगलवार सुबह पुलिस ने टी राजा को गिरफ्तार कर लिया था।

उधर उसी दिन दोपहर में बीजेपी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड किया। राजा सिंह को जब कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उन्हें 14 दिन न्यायिक हिरासत में भेजा। हालाँकि, अगले दिन उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें जमानत मिल गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया