पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक वीडियो, बेंगलुरु के बाद J&K में भड़का माहौल: दोषी को फाँसी की माँग, 3 गिरफ्तार

प्रतीकात्मक तस्वीर (साभार: दैनिक जागरण)

बेंगलुरु के बाद अब एक सोशल मीडिया पोस्ट के कारण जम्मू-कश्मीर का माहौल गरमा गया है। खबर है कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक युवक ने धर्म विशेष पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए वीडियो पोस्ट की। इसके बाद ही मामले ने तूल पकड़ा और समुदाय विशेष के लोग सड़कों पर आ गए।

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के सोगम लोलब इलाके में सोमवार (अगस्त 17, 2020) को भी सैकड़ों लोगों ने लोलब यूथ ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष मुदस्सिर अहमद के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बड़े-बुजुर्गों से लेकर बच्चे भी शामिल रहे। इनकी माँग ये थी कि प्रशासन ऐसे पोस्ट करने वालों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करे ताकि सांप्रदायिक घृणा फैलाने वाले लोगों को सख्त संदेश मिल सके।

इस प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने कई नारे लगाए। ग्रेटर कश्मीर के अनुसार, इस बीच वहाँ, “ढोंगी बाबा हाय-बाय, गुस्ताखी न मंजूर, गुस्ताख को फाँसी दो” जैसे लगाए गए।

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “इस्लाम के पैगंबर के ख़िलाफ़ ऐसी कोई भी अभद्र टिप्पणी इस्लाम को मानने वाले दुनिया के किसी के लिए भीअस्वीकार्य है और इस पर आवाज उठाना हर इस्लामी के लिए, उसके दीन का सवाल है।”

इसी तरह एक अन्य यूजर कहता है, “हमारे पैगंबर हमारा गर्व और सम्मान हैं। हम इस पर समझौता नहीं कर सकते।” स्थानीय लोगों की माँग है कि जिसने भी अपमानजनक कृत्य किया है, उसके ख़िलाफ़ सख्त सजा हो, वरना वे लोग दोबारा से सड़कों पर उतर आएँगे। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने गुनहगारों को फाँसी देने की माँग प्रशासन से की है।

गौरतलब है कि सोगम के अलावा पुलवामा के शहर में भी विरोध प्रदर्शन होता देखने को मिला। सबने प्रशासन पर आरोपितों पर कार्रवाई का दबाव बनाया। इसी बीच पुलिस ने खबर दी कि उन्होंने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील वीडियो को शेयर करने के आरोप में तीसरे आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पहचान रोहित शर्मा के रूप में हुई है। ये पक्का डंगा इलाके का निवासी है।

पुलिस ने इससे पहले सतपाल शर्मा और उसके साथी दीपक को इस केस में गिरफ्तार किया था। इनके ख़िलाफ़ पुलिस ने आईपीसी की धारा 153ए और 295ए के तहत पक्का डंगा पुलिस थाने में केस दर्ज किया है।

जम्मू कश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल ने भी मामले पर संज्ञान लिया और लोगों को यह वीडियो शेयर करने से मना किया। उन्होंने चेतावनी दी कि दोषी पाए गए व्यक्ति को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने अपील करते हुए कहा, “मेरी अपील है कि ऐसी किसी वीडियो को न फैलाएँ, जो आपसी भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुँचाए। ये हमारे लिए उचित नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “यदि हमने किसी को भी ऐसी वीडियो आगे शेयर करते हुए पाया तो उसके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई होगी।”

इस घटना के बाद कश्मीर के इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए कई जरूरी कदम उठाए गए हैं। तनावपूर्ण माहौल देखकर पुलिस की तैनाती की गई है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। लोगों से अनुरोध किया जा रहा है कि वह सांप्रदायिक हिंसा भड़काने वालों के झाँसे में न आएँ और आपसी प्रेम व शांति को बरकरार रखें।

रिपोर्ट्स के अनुसार, वहाँ कुछ लोगों ने बंद का ऐलान भी किया था। हालाँकि पुलिस ने इस बात के मद्देनजर कर्फ्यू लगा दिया। रात को ही पूरे शहर के अंदर चौक-चौराहों और गलियों में कंटीले तार लगाकर बंद करके पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों को तैनात कर दिया। सुबह जब लोग अपने घरों से बाहर निकले तो उन्हें पता चला कि बाहर क‌र्फ्यू लगाया गया है। किसी को भी चलने फिरने की इजाजत नहीं है। सारा दिन सुरक्षा बल गश्त करते रहे। किसी को भी बेवजह घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई।

इसी दौरान किश्तवाड़ में हिंसा की आशंका के चलते भी प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है। जम्मू कश्मीर के ग्रांड मुफ्ती मुफ्ती नसीर उल इस्लाम ने शुक्रवार को नमाज के बाद शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।

यहाँ बता दें कि 15 अगस्त यानी शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जम्मू शहर के मुबारक मंडी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान जिला रियासी में हुए एक घटना पर फेसबुक पर सतपाल शर्मा ने धर्म विशेष के विरुद्ध कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके वायरल होने के बाद प्रदर्शन शुरू हुए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया