जाह्नवी कपूर की फिल्म की शूटिंग में ‘किसान प्रदर्शनकारियों’ का फिर अड़ंगा, कहा- बाहर निकलो और हमारा समर्थन करो

जाह्नवी कपूर के फिल्म की शूटिंग में प्रदर्शनकारियों ने फिर डाला अड़ंगा (फाइल फोटो)

करीब दो हफ्ते पहले कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पंजाब में फिल्म ‘गुड लक जेरी’ की शूटिंग कर रही बॉलीवुड अभिनेत्री जाह्नवी कपूर का घेराव किया था। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़ प्रदर्शनकारियों ने एक बार फिर पटियाला में फिल्म की शूटिंग में व्यवधान डाला है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ ‘प्रदर्शनकारी’ शूटिंग स्थल पर पहुँच कर ‘गुड लक जेरी’ के शूटिंग के खिलाफ़ नारे लगाने लगे। उन्होंने माँग उठाई कि जाह्नवी कपूर अपने होटल से निकल के बाहर आएँ और किसान आंदोलन का समर्थन करें। प्रदर्शनकारियों ने ‘भावुक अपील’ करते हुए कहा कृषि क्षेत्र सभी को प्रभावित करता है। इसके आधार पर जाह्नवी कपूर और बॉलीवुड कलाकारों को किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहिए। 

प्रदर्शनकारियों ने सिर्फ शूटिंग में बाधा ही नहीं डाली, बल्कि जबरन उस होटल में दाखिल हुए जिसमें फिल्म की कास्ट और क्रू मौजूद थी। तथाकथित किसानों द्वारा किए गए इस उपद्रव के बाद इस फिल्म की शूटिंग को एक दिन के लिए रोकना पड़ गया। इसके अलावा कथित किसानों/प्रदर्शनकारियों ने इस मुद्दे पर बॉलीवुड के लोगों की चुप्पी पर असहमति भी जताई और आगे भी पटियाला में होने वाली शूटिंग को रोकने की चेतावनी दी। 

इसके पहले 11 जनवरी 2021 को प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने अभिनेत्री और शूटिंग क्रू को घेर कर किसान आंदोलन के समर्थन में स्टेटस डालने का दबाव बनाया था। एसएचओ बलविंदर सिंह ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने शूटिंग रोकी और निर्देशक से कहा कि बॉलीवुड अभिनेताओं ने न तो किसानों के समर्थन में कुछ कहा और न ही इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी की। जब निर्देशक ने आश्वासन दिया कि जाह्नवी कपूर इस मुद्दे पर टिप्पणी करेंगी तब प्रदर्शनकारी वापस लौटे। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक़ प्रदर्शनकारियों ने धमकी तक दी थी कि अगर जाह्नवी कपूर ने दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के समर्थन में बयान नहीं दिया तो वह शूटिंग नहीं होने देंगे। जब जाह्नवी कपूर ने इन्स्टाग्राम पर स्टोरी डाली इसके बाद ही प्रदर्शनकारी शूटिंग वाली जगह से हटे। जाह्नवी कपूर ने अपनी स्टोरी में लिखा था, “किसान हमारे देश के दिल में हैं। मैं देश का पेट भरने में उनके योगदान और उनकी भूमिका को जानती हूँ। उम्मीद करती हूँ कि वह जल्द ही किसी नतीजे पर पहुँचेंगे जो किसानों के हित में होगा।”    

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया