राजस्थान: बाँसवाड़ा में फिर हुई गौ हत्या, ‘ईसाई मिशनरीज के प्रभाव के कारण नही रुक रहा सिलसिला’

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

राजस्थान के बाँसवाड़ा में आए दिन गौ हत्या कि वारदातें सामने आ रही हैं। मामला पाटन थाना क्षेत्र का हैं, जहाँ कल (अप्रैल 23, 2020) रात कुछ लोगों ने नशे में गौ हत्या कर दी। अखिल भारत कृषि गौ सेवा संघ की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक पाटन थाना क्षेत्र में ईसाई धर्मांतरण गतिविधियाँ पहले से ही सक्रिय थी। गौ हत्या के पीछे भी कहीं न कहीं ईसाई मिशनरी के लोगों का ही हाथ है। आरोप यह भी लगाया है कि कुशलगढ़ विधायक अपराधियों को बचाने का प्रयास कर रही है एवं मामले को दबाने के लिए राजनीतिक दबाव डाल रही है।

बीयर की बोतल और खून

राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट जसवंत सिंह राठौड़ एवं राजस्थान प्रदेश संगठन मंत्री भुवन मुकंद पंड्या ने इस घटना पर कड़ी निंदा करते हुए इस मामले मे सख्त कार्यवाही की माँग की है। पाटन पुलिस थाना प्रभारी द्वारा इस गौ हत्या में लिप्त एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस बाकी अपराधियों की तलाश कर रही है।

गौ हत्या के बाद जाँच के लिए पहुँची पुलिस

अखिल भारत कृषि गौ सेवा संघ के राजस्थान प्रदेश संगठन मंत्री भुवन मुकुंद ने ऑपइंडिया से बताया, “जहाँ पर गाय की निर्मम हत्या की गई। वह क्षेत्र बाँसवाड़ा जिले का सुदूर झाबुआ मध्य प्रदेश से लगा हुआ है। इस क्षेत्र में ईसाई मिशनरी का कार्य काफी बड़े पैमाने पर है। यहाँ ईसाई चर्च हर गाँव में बने हैं। भोले-भाले आदिवासियों को बहला-फुसलाकर ईसाई बनाने अर्थात धर्मांतरण का कार्य अंग्रेजों के शासन काल से ही इस क्षेत्र में चला आ रहा है।”

मन को आहत कर देने वाला दृश्य

बहुत ज़्यादा संख्या में आदिवासी वनवासी लोग अपना धर्म परिवर्तन करके ईसाई बन चुके है। इस गौ हत्या में अपराधियों ने पहले वहाँ शराब आदि पी और फिर गाय की निर्मम हत्या कर उसका माँस निकालने के लिए उसका चमड़ा उधेड़ दिया। लेकिन फिर किसी ने इस घटना को देख पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। मगर बाकी लोग अँधेरे में भाग गए। गिरफ्तार हुए शख्स ने पुलिस को सभी के नाम बता दिए है। अब पुलिस पूरी घटना की जाँच मे जुट गई है। साथ ही बाकी अपराधियों की भी तलाश कर रही है।

यह घटना कोई पहली घटना नही है, जो बांसवाड़ा मे घटित हुई है। इससे पहले भी गौ हत्या को लेकर बाँसवाड़ा से कई मामले सामने आए है। जिसमे 6 फरवरी 2018 को कलिंजरा थाना क्षेत्र के गाँव लीलवानी में गाय को पालने के लिए खरीद कर उसे मार कर निवाला बनाने के मामला सामने आया था। जिसमे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।

वहीं दूसरी खबर 31 दिसंबर 2018 को आई थी। जहाँ बांसवाड़ा जिले के छोटी टिम्बी गाँव में देर रात पाँच लोग गौ हत्या कर रहे थे। जिस पर मुखबिर के द्वारा यह जानकारी पुलिस को दी गयी। फिर आनंदपुरी थाना पुलिस ने जानकारी मिलते ही मौके पर पहुँच कर और पाँच में से एक आरोपित को गिरफ्तार किया। बाकि 4 आरोपित अँधेरे का फायदा उठा कर वहाँ से फरार हो गए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया