राहुल गाँधी सहित सभी कॉन्ग्रेसियों ने दम भर खाया, 2 साल से नहीं दे रहे 35 लाख रुपए: कैटरिंग मालिक ने दी आत्महत्या की धमकी

खाना खाते राहुल गाँधी (फाइल फोटो)

कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की मौजूदगी में दिए गए भोज का ढाई साल बाद भी भुगतान नहीं किए जाने पर कैटरिंग संचालक ने आत्महत्या की धमकी दी है। कैटरिंग संचालक मिलन खंडेलवाल ने कहा है कि उनकी ओर से उठाए जाने वाले कदम के लिए कॉन्ग्रेस नेता जिम्मेदार होंगे।

इस घटना को लेकर बीजेपी ने कॉन्ग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने ट्वीट किया, ”राहुल गाँधी जी जिस गरीब का खाना खाकर आए हो कम से कम उसकी पेमेंट तो कर दीजिए।” वहीं, कॉन्ग्रेस के नेता इसे साजिश बता रहे हैं।

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दरअसल, राजस्थान के अजमेर में 14 फरवरी, 2019 को दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देश भर के कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए थे। अधिवेशन में राहुल गाँधी के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सहित कई नेता मौजूद थे।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, अधिवेशन में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों के भोजन और नाश्ते के लिए खंडेलवाल कैटरिंग के संचालक मिलन खंडेलवाल को ठेका दिया गया था। कैटरिंग के भुगतान की जिम्मेदारी चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा को सौंपी गई थी।

कैटरिंग संचालक खंडेलवाल का आरोप है कि उन्हें 71 लाख रुपए का ठेका दिया गया था। उन्होंने कुल ढाई लाख लोगों के भोजन और नाश्ते का प्रबंध किया था। अधिवेशन के दौरान पदाधिकारियों ने उन्हें 36 लाख रुपए का भुगतान तो कर दिया, लेकिन शेष 35 लाख रुपए अब तक नहीं दिया गया है।

मिलन खंडेलवाल का कहना है कि उन्होंने ब्याज पर रुपए लेकर कॉन्ग्रेस प्रतिनिधियों के भोजन और नाश्ते का प्रबंध किया था। लेकिन अब बार-बार रुपए माँगने पर भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में वह अशोक गहलोत, डॉ. रघु शर्मा और सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सहित कई नेताओं से भी मिल चुके हैं, लेकिन किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। ऐसे में जब उन्हें कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आया तो उन्होंने दिल्ली जाकर कॉन्ग्रेस मुख्यालय में आत्महत्या करने की बात कही।

इस मामले पर सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई का कहना है कि उन्होंने वीर सावरकर, आरएसएस और भाजपा के खिलाफ बोला है, इसलिए किसी ने हंगामा करने के लिए एक व्यक्ति को भेज दिया। उनके अनुसार यह भाजपा की साजिश है।

सेवादल के प्रदेशाध्यक्ष हेम सिंह ने कैटरिंग के मालिक मिलन खंडेलवान को हिस्ट्रीशीटर बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ अजमेर के कई पुलिस थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इनके अनुसार मिलन खंडेलवाल को तय रकम का भुगतान कर दिया गया है, लेकिन वह ब्लैकमेल कर ज्यादा रुपए माँग रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया