‘कुंभलगढ़ किले में अजान, मेवाड़ के शौर्य का अपमान’: बागेश्वर वाले धीरेंद्र शास्त्री को कुंभलगढ़ के MLA ने ही दिया समर्थन, राजस्थान पुलिस ने FIR की थी

देवकी नंदन ठाकुर और धीरेंद्र शास्त्री (साभार: लल्लूराम)

राजस्थान के ऐतिहासिक कुंभलगढ़ दुर्ग में मुस्लिमों को अजान देने की इजाजत देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार ने राजस्थान के शौर्य का अपमान किया है। इस बात राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ से विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा है। वहीं, धीरेंद्र शास्त्री और कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पाँच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

अपने एक वीडियो संदेश में भाजपा विधायक राठौड़ ने कहा, “कुंभलगढ़ एक अजेय ऐतिहासिक किला है। यह महाराणा कुंभा की कर्मस्थली है और महाराणा प्रताप की जन्मस्थली है। दुर्भाग्यवश आजादी के बाद कॉन्ग्रेस सरकार ने किले में अजान की इजाजत देकर मेवाड़ शौर्य, सम्मान और सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास किया है, जो शर्मनाक है।”

धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई पर उन्होंने कहा, “हिंदुओं के सूर्य कहलाने वाले मेवाड़ के महाराणाओं की कर्मभूमि पर आदरणीय बागेश्वर बाबा ने भगवा फहराने का आह्नान किया। इसमें उन्होंने क्या गलत कहा?” भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि अगर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्रवाई की गई तो पूरा मेवाड़ इसका विरोध करेगा।

विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने साफ शब्दों में कहा कि ऐतिहासिक किले में अजान नहीं होना चाहिए। बता दें कि दो दिन पहले कुंभलगढ़ में धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर ने कार्यक्रम किया था। इस दौरान दोनों ने भाषण दिया था। इस भाषण को धार्मिक भावनाएँ भड़काने वाला और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाला बताकर उनके खिलाफ उदयपुर पुलिस ने FIR दर्ज की है।

दरअसल, गुरुवार (23 मार्च 2023) को धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था, “डरते तो हम किसी के बाप से नहीं हैं। डरते तो वो हैं, जो बुजदिल होते हैं। हम तो वो हैं, जो कुंभलगढ़ किले में भी भगवा झंडा गड़वाकर मानेंगे।” इसके बाद उन्होंने जनता से पूछा, “तुम चाहते हो कि वहाँ भगवा झंडा गड़े? कौन-कौन ये चाहता है? कुंभलगढ़ किले में 100 हरे झंडे लगे हैं, उन्हें भगवामय बनाना है।”

वहीं, देवकी नंदन ठाकुर ने इस सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “जो हिंदू राष्ट बनाएगा, वो ही गद्दी पर लौट के आएगा।” उदयपुर के एसपी ने कहा कि हाथीपोल थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 153A के तहत केस दर्ज किया गया है। बता दें कि देवकीनन्दन ठाकुर और उनके भाई विजय शर्मा पर साल 2020 में मथुरा के थाना हाइवे में एक दलित के घर में घुसकर मारपीट करने, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और महिलाओं से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया गया था।

इसके बाद 5 युवक भगवा झंडा लेकर दुर्ग में पहुँच गए। पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, 24 मार्च को तड़के 3.30 बजे कुंभलगढ़ दुर्ग में 5 युवक झंडा उतारने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उदयपुर निवासी गौरव सिंह, प्रिंस, देवेंद्र, अभिषेक नाथ, राजेंद्र सिंह को पकड़ा है। उन्होंने बताया कि वे भगवा लहराने कुंभलगढ़ आए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया