सीतापुर की हिना ने छोड़ा इस्लाम, बदायूँ में हिंदू बच्चों का गला रेते जाने से थी परेशान: मृत बच्चों की माँ के नाम पर रखा अपना नाम संगीता

बदायूँ में 2 बच्चों की हत्या से दुःखी मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग कर की घर वापसी

उत्तर प्रदेश की सीतापुर जिले में हिना अली नाम की 20 साल की मुस्लिम लड़की ने घर वापसी करते हुए सनातन अपना लिया है। हिना अली के अब्बू ताहिर अली सैलून चलाते हैं। हिना अली पर बदायूँ में साजिद-जावेद द्वारा दोनों हिंदू बच्चों आयुष और आहान की हत्या का ऐसा प्रभाव पड़ा, कि उन्होंने इस्लाम त्यागने का फैसला किया और सनातन परंपरा को अपनाते हुए अपने हिंदू प्रेमी महेश से विवाह कर लिया। हिना ने अपना नाम संगीता रखा है। संगीता ही आयुष और आहान की माँ का नाम है। हिना ने गुरुवार (28 मार्च 2024) को घर वापसी की।

संगीता बनने वाली हिना अली सीतापुर के खैराबाद थाना इलाके की रहने वाली हैं। उनके अब्बू का नाम ताहिर अली है, जो सीतापुर में सैलून चलाते हैं। लगभग ढाई साल से हिना का महेश नाम के एक युवक से बातचीत शुरू हुई थी जो बाद में प्यार में बदल गई। महेश भी खैराबाद का रहने वाला है। हिना से संगीता बनने के बाद दोनों ने वैदिक विधि-विधान से एक-दूसरे का हाथ थाम सात-जन्मों के साथ का वादा किया। इस विवाह समारोह के दौरान वेदमन्त्रों की गूंज के साथ जय श्री राम के नारे भी लगे।

हिना का कहना है कि उनके अब्बा ताहिर ने महेश से उनकी मेलजोल का खूब विरोध किया। वो हिंदुओं को काफिर बोलते हैं। महेश के परिजनों ने संगीता को पसंद कर लिया और उनके रिश्ते को भी हरी झंडी दिखा दी, लेकिन अब्बा ताहिर ने इसका विरोध किया और उनपर तमाम पाबंदियाँ लगा दी। इसके बाद हिना के कहने पर महेश ने हिंदू शेर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास हिंदू से संपर्क किया और फिर हिना ने इस्लाम त्यागने का फैसला किया संगीता बनकर सनातन परंपरा में वापसी की।

गुरुवार को हिना और महेश की शादी सीतापुर शहर के कांशीराम कॉलोनी स्थित माता काली मंदिर में वैदिक विधि-विधान से संपन्न हो गई। मौके पर मौजूद महेश के परिजनों के अलावा हिंदू संगठनों ने भी हिना और महेश को उपहार और सुखी दांपत्य का आशीर्वाद दिया। नवदम्पति ने पुलिस से सुरक्षा की माँग भी की है।

इस विवाह में सहयोग करने वाले हिंदू शेर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास हिंदू ने ऑपइंडिया से बात की। विकास ने बताया कि परिवार वालों के दबाव और मजहब की पाबंदियों के चलते हिना अली काफी समय तक चुप रहीं। उनके अब्बा ताहिर अपनी बेटी के लिए कोई मुस्लिम लड़का भी तलाशना शुरू कर चुके थे। हालाँकि इसका हिना विरोध करती रही।

वहीं, हिना की मानें, तो 19 फरवरी 2024 में बदायूँ जिले में सैलून चलाने वालों द्वारा दो नाबालिग हिंदू बच्चों के हत्या की खबर सामने आई। वायरल होते हुए ये खबर हिना तक पहुँची। खबर ने हिना को बुरी तरीके से झकझोर दिया। उन्होंने हिन्दू धर्म मे घर वापसी करने का फैसला कर लिया। उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से हिना ने यह भी बताया कि जिन लोगों ने बच्चों की हत्या की वो भी उनके अब्बा की ही तरफ सैलून चलाते हैं। हिना के पति महेश मौर्य बताते हैं कि बदायूँ हत्याकांड के बाद हिना ने तमाम बंदिशों के बावजूद जैसे-तैसे उनसे सम्पर्क किया। वो जल्द से जल्द खुद से विवाह करने के लिए कहने लगीं। अब दोनों विवाह करके काफी खुश हैं और हमेशा के लिए एक हो गए हैं।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।