संदेशखाली के ‘शैतान’ को ED ने फिर भेजा नोटिस, 29 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया: पीड़ितों की माँग- पकड़कर फाँसी पर लटकाओ, वर्ना जीने नहीं देगा

शेख शाहजहाँ (फोटो साभार : टेलीग्राफ)

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में जैसा हुआ, वैसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। जमीनों पर जबरन कब्जा, महिलाओं का यौन उत्पीड़न, बेगारी, मनरेगा मजदूरी तक छीन लेना और भी बहुत कुछ। लेकिन अब लोगों के सहने की शक्ति खत्म हो गई है, तो खुलकर लोग उस शैतान के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं। संदेशखाली के उस शैतान शेख शाहजहाँ की तलाश राज्य पुलिस भी करने लगी है, केंद्रीय की एजेंसियाँ तो कर ही रही हैं, लुकआउट नोटिस भी जारी हो चुका है, इसके बावजूद वो छिपकर बैठा है और किसी के हाथ नहीं आ रहा है।

ईडी का नोटिस, लुकआउट सर्कुलर जारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संदेशखाली के लिए अभिशाप बन चुके मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ के खिलाफ ईडी ने फिर से नोटिस जारी किया है। ईडी ने उसे 29 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। ये अलग बात है कि वो ईडी की टीम पर हमले के बाद से ही फरार चल रहा है। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है, तो केंद्रीय एजेंसियाँ उसकी खोज कर रही हैं। फिर भी वो किसी के हाथ नहीं आ रहा है।

संदेशखाली में शेख शाहजहाँ और उसका पूरा गैंग जबरन जमीनों पर कब्जा करता था। महिलाओं की इज्जत लूटता था। पुरुषों को टॉर्चर किया जाता था और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती थी, ताकि महिलाएँ अपना मुँह न खोलें और चुपचाप उसके गुर्गे उनका यौन उत्पीड़न करते रहे। उसके वारदातों की लिस्ट बहुत लंबी है, लेकिन वो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी होने के नाते किसी भी कानूनी पचड़े से बचा रहा और एकछत्र राज चलाए जा रहा था।

ममता सरकार के दो मंत्रियों ने किया दौरा

उसके अत्याचारों से परेशान जनता ने 8 फरवरी 2024 से उसके खिलाफ जो मोर्चा खोला है, तो अब राज्य सरकार को भी बैकफुट पर आना पड़ रहा है। एक तरफ तो मानवाधिकार संगठन, अनुसूचित जाति आयोग से लेकर विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी मौके पर पहुँच चुके हैं, तो बीजेपी की महिला टीम को रास्ते में ही रोक लिया गया। यहीं नहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम को पश्चिम बंगाल पुलिस हिरासत में भी ले चुकी है। तो दूसरी तरफ राज्य सरकार इस मामले को दबाने में लगी हुई है। अब ममता सरकार के दो मंत्रियों ने संदेशखाली का दौरा किया है। तो पश्चिम बंगाल की पुलिस भी संदेशखाली की महिलाओं की शिकायतों को दर्ज करने लगी है।

बता दें कि शेख शाहजहाँ के अत्याचारों से पीड़ित आम लोग अब खुलेआम सड़कों पर आ चुके हैं। उसके सहयोगियों द्वारा जमा की गई अवैध संपत्तियों को आग के हवाले कर रहे हैं। पीड़ितों ने शेख शाहजहाँ को फाँसी पर लटकाने की माँग की है। महिलाओं और प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शेख शाहजहाँ अगर पकड़ा जाता है, तो भी वो अपनी पहुँच के दम पर बाहर आ जाएगा और वो फिर उन्हें जीने नहीं देगा। लोग माँग कर रहे हैं कि शेख शाहजहाँ को फाँसी पर लटका दिया जाए, क्योंकि वो जिएगा, तो बाकियों को जीने नहीं देगा।

दो दिन पहले नया मामला दर्ज

गौरतलब है कि ईडी ने शेख शाहजहाँ के खिलाफ दो दिन पहले ही नया मामला भी दर्ज किया है। उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के साथ ही राशन घोटाले में भी एफआईआर दर्ज की गई है। ईडी ने इसी केस में उसके घर पर नोटिस चस्पा किया है। जिसमें उसे 29 फरवरी को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है। वहीं, संदेशखाली में हालात की गंभीरता को देखते हुए लंबे समय से धारा-144 लगा दी गई है, तो बंगाल पुलिस ने भी संदेशखाली में कैंप लगाया है। इसके साथ ही पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, तो पीड़ियों को इस बात का भरोसा दिलाया जा रहा है कि उनके साथ न्याय होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया