कर्नाटक में भीड़ ने स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा उखाड़ी, 20 गाड़ियाँ तोड़ी: मराठा समूह पर शक, ‘शिवाजी के अपमान’ पर थे नाराज़

महाराष्ट्र सीमा से लगे कर्नाटक के बेलगावी में स्वतंत्रता सेनानी संगोल्ली रायन्ना की प्रतिमा तोड़ी

कर्नाटक के बेलगावी में स्वतंत्रता सेनानी संगोल्ली रायन्ना की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ की गई है। हिंसक भीड़ ने ‘शिवाजी के अपमान’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया। बता दें कि बेलगावी कर्नाटक और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित है, जो दोनों राज्यों के बीच चल रहे सीमा-विवाद के बीच एक संवेदनशील इलाका भी है। पुलिस ने बताया कि शनिवार (18 दिसंबर, 2021) को ये घटना सामने आई। भीड़ का कहना था कि बेंगलुरु के शिवाजीनगर में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा तोड़े जाने के विरोध में उन्होंने ऐसा किया है।

बेलगावी में रविवार शाम 6 बजे तक कुछ पाबंदियाँ लगाई गई हैं। पुलिस ने बताया की कनकदास कॉलोनी में संगोल्ली रायन्ना की प्रतिमा लगी हुई थी, जिसे उखाड़ दिया गया है। प्रतिमा के साथ लगी तलवार और ढाल को भी वहाँ से दूर फेंक दिया गया। जब भीड़ की इस करतूत के बाद स्थानीय लोग बाहर आए तो भीड़ बदमाश वहाँ से भाग खड़े हुए। इससे बेलगावी में और तनाव होने की आशंका है। कन्नड़ और मराठी समुदाय के बीच तनातनी भी बढ़ती जा रही है।

कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा जननेन्द्र ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बदमाशों के बीच कानून का भय व्याप्त किया जाएगा। उन्होंने पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई करने की बात करते हुए कहा कि एक भी बदमाश को नहीं छोड़ा जाएगा और सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि ये कुछ ही बदमाशों का काम है, जिन्हें ‘सीधा’ कर दिया जाएगा। 3 पुलिस थानों में 100 बदमाशों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। भाषा और क्षेत्र के आधार पर तनाव कायम करने के आरोप भी लगाए गए हैं।

शुक्रवार की आधी रात में विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी और सरकारी व पुलिस की गाड़ियों को निशाना बनाया। इस घटना में कम से कम 20 गाड़ियाँ तोड़ डाली गईं। पुलिस ने हिंसक भीड़ पर लाठीचार्ज भी किया, ताकि स्थिति नियंत्रित किया जा सके। कर्नाटक में फ़िलहाल विधानसभा सत्र भी चल रहा है। कर्नाटक पुलिस को संदेह है कि इस घटना के पीछे ‘महाराष्ट्र एकीकरण समिति (MES)’ हो सकती है, जो दोनों राज्यों के बीच नए सिरे से तनाव पैदा करने की कोशिश में हो।

CrPc की धारा-144 के तहत इलाके में सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक पाबंदियाँ लगाई गई हैं। बेलगावी के सुवर्ण विधान सभा में ही फ़िलहाल सत्र चल रहा है। घटना को ‘उपद्रवी करतूत’ बताते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री को कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इस घटना में 27 लोगों की गिरफ़्तारी हुई है। उन्होंने कहा कि संगोल्ली रायन्ना जैसे स्वतंत्रता सेनानी सभी समुदायों के हैं। पूर्व मुख्यमंत्रियों येदियुरप्पा और सिद्दारमैया ने भी इस घटना की निंदा की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया