‘सुन लो मोदी, हमारी माँ-बहनों ने टीपू सुल्तान को जन्म दिया है और तुम…’ – शाहीन बाग़ से हिंसा की अपील

आर्थिक बहिष्कार की धमकी देता शाहीन बाग़ का प्रदर्शनकारी

देश भले युद्ध स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण से बचने में दिन-रात एक किए हुए हो, शाहीन बाग अभी भी पब्लिक सेफ्टी पर दी जा रही सारी सलाहों को धता बता झूठ, घृणा और डर की खेती में मशगूल है। ‘जामिया वर्ल्ड’ नामक फेसबुक पेज ने एक वीडियो अपलोड किया है। यह वीडियो इस बात की बानगी है कि कैसे कुछ लोग नियम, व्यवस्था, कानून और सरकारी एजेंसियों की हरेक सलाह की नाफ़रमानी के लिए कटिबद्ध हैं। कोरोना को देखते हुए पब्लिक गैदरिंग के खिलाफ सरकार ने स्पष्ट गाइडलाइन्स जारी कर रखी हैं, इसके बावजूद न सिर्फ शाहीन बाग़ में धरना बदस्तूर जारी है बल्कि नागरिकता रजिस्टर आदि पर झूठ और घृणा फैलाने से भी बाज नहीं आ रहे।

3 मिनट 30 सेकण्ड्स लम्बे इस वीडियो में वक्ता जिहादी इस्लामिस्ट टीपू सुल्तान का जिक्र करता हुआ कहता है – सुन लो मोदी, हमारी माँ-बहनों ने टीपू सुल्तान को जन्म दिया है और तुम आजादी के 70 बाद हमसे नागरिकता का सबूत माँगते हो, कहते हो कि हमें नागरिकता रजिस्टर की प्रक्रिया से गुजरना होगा। ये लालकिला जहाँ से झंडा फहराते हो, ये क्या तुम्हारे पूर्वजों ने बनवाया? जहाँ ट्रम्प को लेकर गए थे वो ताजमहल क्या तुम्हारे पूर्वजों ने बनवाया था?

ताजमहल, क़ुतुब मीनार और लालकिला पर अपना दावा ठोंकने के बाद बोलने वाला कहता है कि तुमने शौचालय बनवाए हैं, जाओ और वहाँ से झंडा फहराओ।

हिंसा करने की खुलेआम अपील करते हुए यह फ़सादी वीडियो में शाहीन बाग़ में धरने पर बैठे लोगों और बाकी मुस्लिमों को कहता दिखता है कि अगर तुमने बाबरी मस्जिद की शहादत को चुपचाप स्वीकार न कर लिया होता तो ये नौबत न आती, हमारी माँ-बहनों को यूँ सड़कों पर न बैठना पड़ता, आज हमारे भाई-बहनों को बेइज्जत किया जा रहा है अगर अब भी तुम बाहर न निकले तो अगला नंबर तुम्हारा होगा।

एक दूसरे वीडियो में एक दूसरा वक्ता रिलायंस और अडानी के आर्थिक बहिष्कार की अपील करते हुए कहता है कि अगर रिलायंस और अडानी को नुकसान होगा तो वह सीधे मोदी-शाह को हिट करेगा। वह आगे कहता है कि कोरोना-वोरोना सिर्फ एक साजिश है इनकी, जिससे ये हमें हमारे घरों में बंद कर सकें, हमें इससे कुछ नहीं होगा। वो लक्ष्मी की पूजा करते हैं वो डरें कोरोना से, हम लक्ष्मी की पूजा नहीं करते हमें क्या डर है इससे?

ऐसा पहली बार नहीं है कि इस तरह के नफरत फैलाने वाले घृणात्मक वीडियो शाहीन बाग़ से निकल कर आए हों। प्रधामंत्री मोदी और अमित शाह को कत्ल करने से लेकर, हिन्दुओं की कब्र कितनी गहरी खुदेगी तक के वीडियो नागरिकता कानून के विरोध के चलते देश भर के प्रदर्शनों से आते रहे हैं।

याद रहे कि दिल्ली सरकार के कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए हर तरह के सामुदायिक जुटाव पर रोक लगा रखी है, इसके बावजूद भी वहाँ प्रदर्शन जारी है जो सरकारी नियम कानून की खुली अवहेलना है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया