30/12/ 2022- PM मोदी ने बंगाल को दिया वंदे भारत एक्सप्रेस, 02/01/2023 उसी ट्रेन पर पत्थरबाजी: सुवेंदु अधिकारी ने पूछा- क्या यह जय श्रीराम का बदला

पश्चिम बंगाल में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव (फोटो साभार: HT)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (30 दिसंबर 2022) को पश्चिम बंगाल को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात दी थी। अब इस ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। इससे ट्रेन का गेट और विंडो क्षतिग्रस्त हो गए। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने घटना की एनआईए जाँच की माँग की है। साथ ही पूछा है कि क्या यह जय श्रीराम का बदला है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार (2 जनवरी 2023) शाम वंदे भारत एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा लौट रही थी। इसी दौरान, मालदा जिले के कुमारगंज के पास अज्ञात लोगों ने ट्रेन पर पत्थर फेंके। पथराव के कारण ट्रेन के कोच सी-13 का दरवाजे को नुकसान हुआ साथ ही विंडो में दरार आ गई।

घटना की जानकारी मिलने के बाद, रेलवे विभाग हरकत में आ गया और ट्रेन को हथियारबंद 4 पुलिस कर्मियों के साथ रवाना किया। पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की है।

इस घटना को लेकर भाजपा ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर कहा है, “यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भारत के गौरव, वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ है। क्या यह उद्घाटन के दिन लगाए गए ‘जय श्री राम’ के नारों का बदला है? मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय रेल से इस मामले की जाँच NIA को सौंपकर दोषियों को दंडित करने का आग्रह करता हूँ।”

वैसे यह पहली बार नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया है। इससे पहले 14 दिसंबर 2022 को वंदे भारत एक्सप्रेस नागपुर से रायपुर जा रही थी। इस दौरान, दुर्ग और भिलाई स्टेशन के बीच पथराव की घटना सामने आई थी।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (30 दिसंबर 2022) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी थी। यह ट्रेन हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चल रही है। ट्रेन के उद्घाटन हेतु आयोजित कार्यक्रम में, ममता बनर्जी जब मंच की ओर बढ़ रहीं थीं तब वहाँ मौजूद लोगों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए थे। इन नारों के कारण ममता बनर्जी ने मंच में बैठने से मना कर दिया था। पूरे कार्यक्रम के दौरान, वह प्लेटफॉर्म के पास लगी कुर्सियों में बैठी रहीं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया