सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में ‘कनाडा कनेक्शन’: जिन दोनों ने चलाई गोली, चडीगढ़ में धराए, पासपोर्ट-वीजा का लालच देकर करवाया मर्डर

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के दोनों शूटर गिरफ्तार (चित्र साभार- X/ @khushbookhan390)

जयपुर में बहुचर्चित सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड की जाँच कर रही राजस्थान पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दोनों शूटरों सहित 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी चडीगढ़ से हुई है, जिसमें दिल्ली पुलिस ने भी सहयोग किया है। आरोपितों के नाम नितिन फौजी और रोहित राठौर हैं। गिरफ्तार हुआ तीसरा आरोपित उधम है, जो फरारी के दौरान दोनों शूटरों के साथ मौजूद मिला। गिरफ्तारी शनिवार (9 दिसंबर 2023) को हुई है। जल्द ही पुलिस इनसे पूछताछ में नए खुलासे कर सकती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस को श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में शामिल नितिन फौजी और रोहित राठौर की लोकेशन चंडीगढ़ में मिली। पुलिस ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रान्च के साथ मिल कर दबिश दी। सूचना सही पाई गई और दोनों शूटर सेक्टर 22-A के एक होटल में मिले। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

नितिन फौजी और रोहित राठौर को अब आगे की पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया जा रहा है। पुलिस इन दोनों से वो हथियार भी बरामद करने का प्रयास करेगी, जिससे इन्होंने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर 17 फायर किए थे।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद शूटरों ने हथियार छिपा दिए थे। ऐसा सड़क मार्ग की नाकेबंदी और रेल मार्ग पर सघन चेकिंग कर रही पुलिस को चकमा देने के लिए किया गया था।

फरारी के दौरान दोनों शूटर लगातार मोबाइल का प्रयोग कर रहे थे। पुलिस इसी सर्विलांस के जरिए आरोपितों तक पहुँच पाई। जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद शूटर सबसे पहले हरियाणा के हिसार गए थे। हिसार से दोनों मनाली पहुँचे। यहाँ से ये हिमाचल प्रदेश के ही मंडी जिले में गए थे।

मंडी से दोनों आरोपित नितिन फौजी और रोहित राठौर चंडीगढ़ आए थे। यहाँ दोनों ने सेक्टर 22-A में एक होटल लिया था। दोनों शूटरों के साथ होटल में उधम भी मिला। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती पूछताछ में यह भी पता चला है कि नितिन फौजी को रोहित गोदारा ने कनाडा में स्थाई तौर पर बसाने का झूठा लालच दिया था। उसे सुखदेव की हत्या के बाद पासपोर्ट और वीजा देने का वादा किया गया था।

नितिन फौजी का नाम 9 नवंबर 2023 को हरियाणा में हुई एक चोरी के दौरान प्रकाश में आया था। जब पुलिस नितिन फौजी को पकड़ने गई तब वो गोलियाँ बरसाते हुए वहाँ से भाग गया था। नितिन को लगने लगा था कि अब न तो उसकी नौकरी बच पाएगी और न ही उसके परिवार वाले उसे स्वीकार करेंगे। इसी वजह से रोहित गोदारा, वीरेंद्र चरण और रोनी ने मिल कर उसे कनाडा भेजने का लालच दिया और सुखदेव की हत्या करने के लिए तैयार किया। नितिन साल 2019 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था और फिलहाल उसकी पोस्टिंग राजस्थान के अलवर में थी।

बताते चलें कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पुलिस ने पहली गिरफ्तारी के तौर पर रामवीर को पकड़ा था। रामवीर नितिन फौजी का सहपाठी है और हत्या के बाद उसी ने रोहित राठौर और नितिन को अपनी बाइक पर बिठा कर बगरू टोल प्लाजा के आगे रोडवेज बस पकड़ाई थी। 23 वर्षीय रामवीर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले का रहने वाला है। इसी जिले में नितिन फौजी का भी गाँव है। रामवीर पर दोनों शूटरों की जयपुर में रहने-खाने आदि की भी व्यवस्था करवाने का आरोप है।

बताते चलें कि मंगलवार (5 दिसंबर 2023) को पौने 2 बजे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके जयपुर स्थित आवास पर गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अब तक रोहित गोदारा का नाम प्रमुखता से आ रहा है, जिसका सुखदेव सिंह से जमीनी विवाद चल रहा था। रोहित को लॉरेंस विश्नोई गैंग का मेंबर माना जाता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया