‘तांडव’ की हिंदूघृणा पर अगर ये माफी है तो इसकी पुड़िया बना कर स्थान विशेष में रख लो अली अब्बास

अमेजन प्राइम की वेब सीरिज ‘तांडव’ हिंदूफोबिक कंटेंट को लेकर विवादों में है। दर्शकों की नाराजगी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सख्ती के बाद इस सीरिज के डायरेक्टर अली अब्बास जफर ने अपने ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट शेयर कर बिना शर्त माफी माँगी है। मीडिया इसे माफी बताकर प्रचारित कर रहा, लेकिन यह किसी फिल्म/कार्यक्रम के पहले दिखाए जाने वाले डिस्क्लेमर से हटकर कुछ भी नहीं।

पहले ये जानते हैं कि अली अब्बास ने कहा क्या है? तांडव के डायरेक्टर अली ने अपने ट्वीट में जो बयान दिया है उसके 2 मुख्य पार्ट हैं। पहला पार्ट उस डिस्कलेमर की तरह जो सीरीज के शुरू होने से पहले बताया जाता है।

https://twitter.com/ANI/status/1351160098127753227?ref_src=twsrc%5Etfw

अली अब्बास जफर ने लिखा, “वेब सीरीज तांडव एक फिक्शन है और अगर इसकी किसी भी व्यक्ति या घटना से समानता है तो यह पूरी तरह से संयोग है। किसी भी व्यक्ति, जाति, समुदाय, नस्ल, धर्म या धार्मिक विश्वासों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने या किसी संस्था, राजनीतिक दल या व्यक्ति का, जीवित या मृत का अपमान करने का इरादा नहीं था। तांडव के कास्ट और क्रू की तरफ से व्यक्त की गई चिताओं को संज्ञान लिया गया और बिना किसी भावनाओं को आहत किए और बिना शर्त माफ़ी माँग ली है।”

दूसरे पार्ट में उन्होंने उन आलोचनाओं का जिक्र किया है जिसके लिए ‘तांडव’ को लेकर इतनी कॉन्ट्रोवर्सी है। अपने बयान में अली ने उन सभी लोगों से माफी माँगी है जिन्हें ये वेब सीरीज देखने के बाद इससे ऐतराज था।

https://twitter.com/aliabbaszafar/status/1351156934133620742?ref_src=twsrc%5Etfw

अली ने लिखा, “हम अपनी सीरीज तांडव को लेकर बहुत ही ध्यान से दर्शकों के रिएक्शन को नोटिस कर रहे थे और आज डिस्कशन के दौरान मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन और ब्रोडकास्टिंग ने हमें बताया कि इस सीरिज के जरिए लोगों की भावनाएँ आहत हुई हैं, जिसके लिए कई शिकायतें दर्ज हुई हैं।”

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में सब-इंस्पेक्टर की ओर से सीरिज के निर्माताओं और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ के सूचना सलाहकार ने शिकायत की कॉपी ट्विटर पर शेयर करते पुलिस टीम के मुंबई के लिए रवाना होने जाने की जानकारी दी थी। जिसके बाद अब यह बयान सामने आया है।

इस वेब सीरीज में सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया, जीशान अय्यूब ने अभिनय किया है। इससे पहले केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी इस मामले में अमेजन प्राइम से जवाब माँगा था। बता दें कि कई स्थानों पर ‘तांडव’ के ऐक्टर्स सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और सुनील ग्रोवर सहित 32 फिल्मी हस्तियों पर केस दर्ज किया गया है। वेब सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं का उपहास उड़ाने और समाज में जातिवाद को बढ़ावा दिए जाने का आरोप लगाया गया है।

अब सवाल उठता है कि कोई देवी-देवताओं का मजाक उड़ाए और फिर डिस्क्लेमर जैसा माफीनामा जारी कर दे तो क्या हिंदू समाज इसी से संतुष्ट हो जाएगा? यहाँ तो हिंदू सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए विरोध कर रहे हैं और कानून का इस्तेमाल करते हुए शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। जबकि किसी मजहब की भावना आहत होने पर गर्दन काट दी जाती है। लोग सड़कों पर उतर आते हैं और हिंसक वारदातों को अंजाम देते हैं। इसलिए, डिस्क्लेमर जैसा ‘माफीनामा’ जारी कर हिंदुओं को मूर्ख बनाने का ये खेल भी अब बंद करना होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया