शिवलिंग पर कंडोम: बंगाली अभिनेत्री सायानी घोष के खिलाफ ‘शिव भक्त’ नेता ने की कंप्लेन

तथागत रॉय ने बंगाली एक्ट्रेस सायानी घोष के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत

बंगाली फिल्म अभिनेत्री सायानी घोष के ख़िलाफ़ मेघालय के पूर्व राज्यपाल व भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने शिकायत दर्ज करवाई है। यह शिकायत कोलकाता के रबींद्र सारोबार पुलिस थाने में शनिवार को दर्ज हुई।

16 जनवरी 2021 को दायर अपनी शिकायत मेंरॉय ने कहा, “मैं भगवान शिव का एक भक्त हूँ और मैंने 1996 में तिब्बत में कैलाश-मानसरोवर की यात्रा की ताकि उनकी पूजा कर सकूँ। संलग्न की गई तस्वीर में गंभीर रूप से मेरी धार्मिक मान्यताओं का अपमान किया गया। यह आईपीसी की धारा 295A के तहत अपराध है। मैं अनुरोध करता हूँ कि इस अपराध पर ध्यान दिया जाए और सायानी घोष के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई करें।”

https://twitter.com/tathagata2/status/1350358427218837505?ref_src=twsrc%5Etfw

बता दें कि शिकायत कराने से पहले भाजपा नेता ने सायानी घोष को ट्विटर पर चेतावनी दी थी कि उन्हें इस कृत्य के बदले अब परिणामों के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने लिखा था, “मिस सायानी घोष, आपने एक शिवलिंग पर कंडोम डाला है, जिसे मेरे सहित सभी हिंदू पवित्र से भी पवित्रतम मानते हैं!”

उन्होंने कहा था कि यह भारतीय दंड संहिता की धारा 295 ए के तहत एक संज्ञेय, गैर-जमानती अपराध है। इसलिए वह अब परिणाम के लिए तैयार रहें। उनके अलावा सायानी के ख़िलाफ़ गुवाहटी के पलटन बाजार थाने में भी शिकायत दर्ज हुई थी।

https://twitter.com/tathagata2/status/1350468692014845953?ref_src=twsrc%5Etfw

गौरतलब है कि साल 2015 में ट्विटर पर साझा किए गए एक हिंदूफोबिक ट्वीट के लिए सायानी घोष को सोशल मीडिया पर आलोचनाओं को सामना करना पड़ रहा है। 18 फरवरी 2015 को अभिनेत्री ने एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें एक महिला को पवित्र हिंदू प्रतीक शिवलिंग के ऊपर कंडोम डालते हुए दिख रही थी। उन्होंने इस तस्वीर को कैप्शन दिया था ‘Gods cudnt have been more useful’ (भगवान अब और उपकारी नहीं हो सकते)।

बता दें कि ट्वीट पर विवाद होने के बाद अभिनेत्री ने इस हिंदूफोबिक ट्वीट को हैकर द्वारा किया गया ट्वीट बताया था। उन्होंने दावा किया था कि अपमानजनक पोस्ट हैकर की करतूत थी। उन्होंने खुद के ट्वीट को ‘अप्रिय’ करार देते हुए लिखा था,

“डिअर ऑल, 2015 के एक पोस्ट मेरे ध्यान में लाया गया है जो अत्यंत अप्रिय है। आपकी सभी जानकारी के लिए बता दूँ कि मैंने 2010 में ही ट्विटर ज्वाइन कर लिया था लेकिन कुछ ही दिनों तक उपयोग करने के बाद मैंने उपयोग करना छोड़ दिया। हालाँकि अकाउंट बना रहा।”

ट्विटर पर भारी विरोध झेलने के बाद उनका कहना था कि वो लोगों की धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने वाली सामग्री को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएँगी। बस उन्हें गलत न समझा जाए, क्योंकि उनके लिए धर्म बहुत मायने रखता है। हालॉंकि बाद में नेटिजन्स ने प्रमाणों के साथ अकाउंट हैक करने के उनके दावे का खंडन करते हुए उनकी मंशा पर सवाल उठाए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया