कश्मीर में 2 गैर-मुस्लिम (छोटा प्रसाद, गोविंद) फिर बने इस्लामी आतंकियों का शिकार, 10 दिनों में ‘बाहरी’ मजदूरों पर दूसरा आतंकी हमला

कश्मीर में मजदूरों पर आतंकी हमला (फोटो साभार: जागरण)

कश्मीर (Kashmir) में एक बार फिर इस्लामी आतंकियों ने बाहरी लोगों को निशाना बनाते हुए उन पर अंधाधुन फायरिंग की है। फायरिंग में 2 गैर-स्थानीय श्रमिक घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है।

घटना अनंतनाग जिले के रक्ख मोमिन इलाके की है। घायल मजदूरों की पहचान छोटा प्रसाद और गोविंद के तौर पर हुई है। दोनों उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले हैं। 30 वर्षीय छोटा के पेट में गोली लगी है। वहीं गोविंद के कूल्हे में गोली लगी है। इलाज के लिए दोनों को जीएमसी अनंतनाग शिफ्ट कर दिया गया है।

बता दें कि पिछले 10 दिनों में दक्षिण दूसरे राज्यों के श्रमिकों पर यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले 3 नवंबर को अनंतनाग में एक निजी स्कूल के पास बिहार और नेपाल के दो श्रमिकों पर आतंकियों ने हमला किया था।

शनिवार रात को आतंकियों ने जिला अनंतनाग में बिजबेहाड़ा के पास रक्ख मोमिन इलाके में दो मजदूर जा रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने नजदीक से उन पर गोलियाँ बरसा दीं। गोली लगते ही दोनों मजदूर जख्मी होकर गिर गए। उन्हें मरा समझकर आतंकी वहाँ से भाग निकले।

गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के गश्त कर रहे सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुँच गए और घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से अनंतनाग के मेडिकल कालेज अस्पताल पहुँचाया। अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ इकबाल ने बताया कि दोनों मजदूरों की हालत स्थिर है।

घटना के बाद सुरक्षाबल इलाके की घेराबंदी करके आतंकियों को खत्म करने की कोशिश में जुटे हैं। आसपास के इलाकों में सक्रिय संदिग्ध लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया