उन्नाव रेप पीड़िता के दुर्घटना मामले में रविवार (अगस्त 4, 2019) को सीबीआई (CBI) के सामने पेश हुए ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर पाल ने कहा कि वो भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को नहीं जानते। वहीं, इस मामले को लेकर सीबीआई ने कुलदीप सिंह सेंगर और साथियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। अधिकारियों ने बताया कि चूँकि अभी छापेमारी जारी है, इसलिए इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, माना जा रहा है कि 15 से अधिक जगहों पर छापे मारे जा रहे हैं।
इधर, ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर ने कहा कि वो पीड़िता या उसके परिवार को भी नहीं जानते। ट्रक मालिक ने कहा कि ये उनको फँसाने की साजिश है। उन्होंने कहा कि वो सीबीआई की जाँच में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं। वहीं ट्रक के नंबर को ब्लैक करने के सवाल पर देवेंद्र ने सीबीाई से कहा कि सीजर की कार्रवाई से बचने के लिए ट्रक के नंबर को ब्लैक कराया गया था।
इससे पहले, शनिवार (अगस्त 3, 2019) को सीबीआई की टीम ने सीतापुर की जेल में बंद कुलदीप सेंगर से तकरीबन 6 घंटे तक पूछताछ की थी। सीबीआई ने पीड़िता के गाँव पहुँचकर भी पूछताछ की थी। इसके अलावा, पीड़िता की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों का रजिस्टर भी तलब किया गया था।
गौरतलब है कि, 28 जुलाई को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी, जबकि पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका अभी इलाज चल रहा है। रेप मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आरोपित हैं। सीबीआई ने हादसे के सिलसिले में भी सेंगर के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया है। वहीं, 30 जुलाई को आरोपित बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी ने निलंबित कर दिया।