अस्थाना का बनाया 3 साल पुराना चर्च, ब्राजील से आए 4 ‘ईसाई दूत’: कहीं धर्मांतरण का यह खेल आपके गाँव में भी तो नहीं चल रहा, UP के सीतापुर में 1 ही दिन में मिले 2 केस

सीतापुर में ईसाई धर्मान्तरण के आरोपों के बाद ब्राजील के 4 नागरिकों सहित 10 हिरासत में लिए गए थे

उत्तर प्रदेश के सीतापुर के 2 अलग-अलग हिस्सों में ईसाई धर्मान्तरण की कोशिश का मामला सामने आया है। आरोप है कि यहाँ सैकड़ों लोगों की भीड़ को जमा कर के मतांतरण की कोशिश की जा रही थी। इन आयोजनों में ब्राजील के 4 लोगों को भी बुलाया गया था। मामले की शिकायत बजरंग दल ने की है। 4 विदेशियों सहित कुल 10 लोगों के हिरासत में लिए जाने की भी सूचना है। घटना रविवार (18 दिसंबर 2022) की है।

पहला मामला सीतापुर के सकरन थानाक्षेत्र का है। यहाँ बजरंग दल के सुरक्षा प्रमुख आशुतोष वर्मा ने पुलिस ने शिकायत देते हुए बताया कि उन्हें अपने कार्यकर्ता द्वारा गाँव सैदापुर में ईसाई धर्मांतरण की सूचना मिली थी। धर्मान्तरण का यह कार्यक्रम उसी गाँव के श्रवण कुमार गौतम के दरवाजे पर हो रहा था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इस आयोजन में सैकड़ों लोग जमा थे जो हिन्दू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कर रहे थे। इस दौरान लोगों को बरगलाते हुए धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा जा रहा था।

अभिषेक वर्मा ने अपनी शिकायत में बताया है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुँचे तब उन्होंने धर्मान्तरण की कोशिशों को अपनी आँखों से देखा। इस दौरान लोगों पर कोई लिक्विड छिड़का जा रहा था और उन्हें ईसाई और क्रॉस के बारे में बताया जा रहा था। इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई। शिकायत में दावा किया गया है कि पुलिस ने मौके पर पहुँच कर ईसाई मत प्रचारक श्रवण कुमार गौतम की बाइक से आपत्तिजनक प्रचार सामग्री बरामद की। बजरंग दल पदाधिकारी ने इस शिकायत पर सहमति के तौर पर सैदापुर गाँव के कई लोगों की दस्तखत भी करवाई है और आरोपितों पर कठोर कार्रवाई की माँग की है। इस माँग पर सीतापुर पुलिस ने DSP बिसवां को जाँच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

वहीं इसी दिन सीतापुर में ही सदरपुर थानाक्षेत्र में धर्मान्तरण का दूसरा मामला सामने आया। यहाँ गाँव शहबाजपुर में मूल रूप से UP के ही जौनपुर निवासी डेविड ने 3 साल पहले जमीन खरीद कर चर्च बनवाया था। लोगों का आरोप है कि चर्च में बाहरी लोग आया-जाया करते थे। घटना की शिकायत नैमिष गुप्ता नाम के व्यक्ति ने की है। अपनी शिकायत में नैमिष ने बताया है कि घटना के दिन उन्हें अपने क्षेत्र में धर्मान्तरण की जानकारी मिली तो वो गाँव शहबाजपुर पहुँचे।

नैमिष ने आगे बताया है कि जब वो सभा में पहुँचे तब वहाँ डेविड अस्थाना अपनी पत्नी रोहिणी अस्थाना के साथ मौजूद था। आरोप है कि सभा में कई लोग जमा थे, जिन्हे ईसाई बनने का प्रलोभन दिया जा रहा था। शिकायतकर्ता ने खुद को भी धर्मान्तरण का लालच दिए जाने की जानकारी दी है। नैमिष के मुताबिक सभा में ब्राजील के 4 लोग मौजूद थे जिसमें एक महिला और 3 पुरुष शामिल थे। इन विदेशियों के नाम रिवाल्डो जोसे डिसिल्वा, मैगनोलिया मोरा लरोनजेरा, गुलहेरम नासिमेंटो इद्रालगो और अलेक्जेंडर डिसिल्वा बताए जा रहे हैं। इन चारों में एक पादरी भी है।

इस कार्य्रकम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में ब्राजीली नागरिक इंग्लिश में बोल रहा है जिसका ट्रांसलेशन मंच पर मौजूद कुछ लोग कर रहे हैं। मंच से लोगों को हालेलुया बोलने से खुशियाँ आने की बात बताई जा रही है।

पुलिस ने डेविड अस्थाना और उनकी पत्नी रोहिणी अस्थाना उर्फ़ रिंकी गैंकवार्ड को नामजद करते हुए दोनों के खिलाफ छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 1968 की धारा 3/5 के तहत FIR दर्ज कर ली है। जानकारी के मुताबिक सभा में मौजूद कुल 10 लोगों को हिरासत में ले कर पूछताछ चल रही है। विदेशियों के पासपोर्ट की भी जाँच की जा रही है। ब्राजीली नागरिकों को वापस भेजने की तैयारी की जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया