UP का श्यामलाल मुंबई जाकर बना मोहम्मद हुसैन, सालों बाद घर लौटा तो बहन के परिवार पर डाला मुस्लिम बनने का दबाव: 4 गिरफ्तार

दलित परिवार पर धर्मांतरण का दबाव डालने के आरोप में चार गिरफ्तार (फोटो साभार: अम्बेडकरनगर पुलिस)

उत्तर प्रदेश के जिला अम्बेडकरनगर में एक दलित परिवार पर इस्लाम कबूलने का दबाव डालने के आरोप में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनकी पहचान 61 साल के श्यामलाल उर्फ मोहम्मद हुसैन, उसकी 50 साल की बीवी मुमताज शेख, उसका 36 साल का दामाद विक्की उर्फ अब्दुल रहमान और विक्की की 30 वर्षीया बीवी हीना अब्दुल के तौर पर सामने आई है।

इनके खिलाफ इंद्रावती नाम की महिला ने शिकायत की है। वह श्यामलाल उर्फ मोहम्मद हुसैन की सगी बहन है। मालीपुर थाना क्षेत्र के गाँव ताराकला निवासी इंद्रावती के अनुसार घटना 30 अगस्त 2023 की है, जिसकी शिकायत उसने अगले दिन दर्ज कराई। उसने बताया है कि सालों पहले उसका भाई श्यामलाल मुंबई कमाने गया था। वहाँ कुछ मौलानाओं ने उसे इस्लाम कबूल करवा दिया। उसका नाम बदलकर मोहम्मद हुसैन कर दिया और मुमताज शेख से उसका निकाह करवा दिया। उसके बाद श्यामलाल ने परिवार से संपर्क खत्म कर लिए।

इंद्रावती का दावा है कि वाराणसी के निवासी विक्की त्रिपाठी उर्फ़ विकास को इस्लाम भी उसके भाई ने ही कबूल करवाया था। विक्की को अब्दुल रहमान का नाम देकर उसने उसका निकाह अपनी बेटी हीना अब्दुल से करवा दिया गया। इंद्रावती के अनुसार अपनी माँ प्रतापी देवी की मौत की खबर मिलने के बाद श्यामलाल उर्फ मोहम्मद हुसैन परिवार के साथ मुंबई से गाँव आया था। इसी दौरान उसने इंद्रावती और उसके परिजनों पर इस्लाम कबूलने का दबाव डाला।

इंद्रावती के अनुसार 30 अगस्त को मोहम्मद हुसैन अपने परिवार के साथ उसके घर में घुस गया। जमीन और 2 लाख रुपए का लालच देते हुए उससे मुस्लिम बन जाने के लिए कहा। जब इंद्रावती ने धर्म परिवर्तन से इनकार कर दिया तो उसे काफिर बताते हुए जातिसूचक गालियाँ और जान से मारने की धमकी दी गई।

इंद्रावती की तहरीर पर 31 अगस्त 2023 को अम्बेडकरनगर पुलिस ने मोहम्मद हुसैन उर्फ़ श्यामलाल, अब्दुल रहमान उर्फ़ विकास त्रिपाठी उर्फ़ विक्की, हिना अब्दुल रहमान शेख और मुमताज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इन चारों आरोपितों पर IPC की धारा 452, 504 और 506 के साथ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन की धारा 5(1) और SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। शनिवार (2 सितम्बर 2023) को पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया।

डरी हुई है पीड़िता

ऑपइंडिया ने पीड़िता इंद्रावती से बात की। इंद्रावती ने हमें बताया कि कुछ लोग उन्हें आरोपितों के जेल से छूट कर लौटने पर देख लेने की धमकी दे रहे हैं। इन लोगों का नाम बताने से उन्होंने इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

घर से रिश्ता तोड़ चुका श्यामलाल अचानक पहुँचा कब्ज़ा लेने

इंद्रावती के मुताबिक घर का इकलौता भाई श्यामलाल लगभग 25 साल की उम्र में मुंबई गया था। लगभग 30 साल की उम्र में किसी हाजी की बेटी से उसका निकाह करवा दिया गया और वो मोहम्मद हुसैन बन गया। दावा है कि श्यामलाल अपने माता-पिता की सेवा करने भी नहीं आया। ऐसा करने के पीछे वो खुद का मुस्लिम होना बताता था। माता-पिता की सेवा इंद्रावती ने की। माँ-बाप की मौत के बाद अचानक ही श्यामलाल अपने परिवार के साथ घर पर कब्ज़ा करने पहुँच गया।

मैं शिवभक्त हिन्दू, कभी नहीं बनूँगी मुसलमान

इंद्रावती ने ऑपइंडिया को बताया कि उसे गंदी-गंदी गालियाँ दी गई। आरोप है कि इससे पहले जब भी श्यामलाल घर आता था वो मुस्लिमों के बीच ही रुकता था। अपनी ही जाति वालों को नीचा बताता था। खुद को बजरंग बली और महादेव शिव की भक्त बताते हुए इंद्रावती ने हमें बताया कि कुछ भी हो जाए पर वो इस्लाम कबूल नहीं करेंगी और जीवन भर हिन्दू बन कर ही रहेंगी।

राहुल पाण्डेय: धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।