‘योगी राज में नहीं लगता डर, हमेशा मदद को तैयार रहती है यूपी पुलिस’: रात को 2 बजे भी ई-रिक्शा चलाती हैं बुर्कानशीं नजमा, शौहर की मौत के बाद कर रहीं मेहनत

मुरादाबाद की पहली महिला रिक्शा चालक नजमा (फोटो साभार: UPTak)

महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिनकी तारीफ़ होती रही है। अब मुरादाबाद जिले से इसका ताज़ा उदाहरण सामने आया है। यहाँ रहने वाली नजमा नामक महिला न केवल दिन बल्कि रात में भी ई-रिक्शा चलाती हैं। नजमा का कहना है कि योगी राज में उन्हें रात में डर नहीं लगता। पुलिस हमेशा मदद करती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नजमा मुरादाबाद के करुला इस्लाम नगर में रहती हैं। साल 2010 में पति की मौत के बाद उनके पास घर चलाने का कोई जरिया नहीं था। बेटा वेल्डिंग का काम करता है, लेकिन उससे भी उतनी अधिक कमाई नहीं हो पाती थी। ऐसे में उन्होंने सिलाई का काम शुरू किया, लेकिन अधिक पैसे नहीं मिल रहा था। इसीलिए, नजमा ने ई-रिक्शा चलाकर पैसे कमाना शुरू किया।

नजमा कहती हैं कि वो दिन हो या रात कभी भी ई-रिक्शा चलाती हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस और योगी आदित्यनाथ सरकार पर पूरा भरोसा है। इसलिए रात के 2 बजे भी रिक्शा चलाने में डर नहीं लगता। पुलिसकर्मी हमेशा मदद के लिए तैयार रहते हैं। नजमा बुर्का पहनकर ही रिक्शा चलाती हैं। अब वह हज और उमरा करना चाहती हैं। इसलिए भी उन्हें पैसों की जरूरत है। अब वो रिक्शा चलाकर धीरे-धीरे पैसे इकट्ठा कर रही हैं।

नजमा का यह भी कहना है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए। आज के समय में यह बहुत जरूरी है। उन्होंने सलाह दी कि महिलाओं को किसी को भी दूसरे के पैसों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ई-रिक्शा में महिला ड्राइवर होने के चलते लोग उनका रिक्शा अलग से बुक करके ले जाते हैं।

घर चलाने को लेकर नजमा कहती हैं कि बेटे और उनकी कमाई मिलाकर 800-900 रुपए हो जाते हैं, इसीलिए घर अच्छे से चल जाता है। बता दें कि नजमा मुरादाबाद में रिक्शा चलाने वाली पहली महिला हैं। वह बीते 4 माह से यह काम कर रहीं हैं। इससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिल रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया