CM धामी ने कहा, उत्तराखंड पुलिस ने 24 घंटे में कर दिखाया: हल्द्वानी में जहाँ हुआ दंगा वहीं बनी चौकी, घायल महिला पुलिसकर्मियों ने किया उद्घाटन

बनभूलपुरा में अवैध मस्जिद की जगह पर पुलिस चौकी स्थापित (फोटो साभार : X_ANI)

उत्तराखंड के हल्द्वानी जिले में जिस जगह हिंसा हुई और जिस अवैध मस्जिद को ढहाने के बाद दंगाईयों ने लोगों का खून बहाया, उस जगह पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस थाना बनाने की घोषणा की थी। चूँकि पुलिस थाना बनाने में समय लगता, ऐसे में प्रशासन ने उनके ऐलान के 24 घंटों के भीतर की खाली कराई गई जगह पर पुलिस चौकी का निर्माण कर दिया है। दंगाइयों की हिंसा की शिकार हुई दो महिला पुलिसकर्मियों के हाथों इसका उद्घाटन कराया गया। अब उस जगह पर 24 घंटे पुलिस की तैनाती रहेगी।

नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 8 फरवरी 2024 को हुई हिंसा के बाद कहा था कि खाली कराई गई जगह पर पुलिस थाना बनाया जाएगा, ऐसे में मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करते हुए वहाँ चौकी बना दी गई है।

एसएसपी ने बताया कि दंगाइयों की हिंसा के दौरान घायल हो गई 2 महिला पुलिसकर्मियों ने ही चौकी का उद्घाटन किया है। अब बनभूलपुरा के हिंसा प्रभावित इलाके के बीचो-बीच हमेशा के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है। इसकी कमान एक हेड कॉस्टेबल को सौंपी गई है, जिसका साथ देने के लिए चार कॉस्टेबल और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है।

बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बनभूलपुरा में पुलिस थाना खोलने का ऐलान किया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था, “बनभूलपुरा, हल्द्वानी में जिस जगह से अवैध अतिक्रमण हटाया गया, वहाँ पर अब पुलिस थाने का निर्माण किया जाएगा। उपद्रवियों और दंगाइयों के लिए हमारी सरकार का यह स्पष्ट संदेश है कि देवभूमि की शांति से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा, ऐसे उपद्रियों के लिए उत्तराखण्ड में कोई स्थान नहीं है।”

गौरतलब है कि हल्द्वानी नगर निगम ने 8 फरवरी 2024 को अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत बनभूलपुरा इलाके में स्थित अवैध मस्जिद और मदरसे को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद वहाँ हिंसा फैल गई। दंगाइयों ने पुलिस वालों पर पत्थरबाजी की और थाने को घेर कर लूट लिया। इस दौरान दंगाइयों ने थाने में रखे हथियार और गोलियाँ भी लूट ली थी। इस हिंसा में अब तक 5 दंगाइयों समेत 6 लोगों की मौत हो गई, तो 300 से अधिक लोग घायल हो गए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया