आंध्र प्रदेश के राम मंदिर में ईसाई प्रार्थना, BJP नेताओं ने शेयर किया वायरल वीडियो… पुलिस ने दी जानकारी, ‘अवैध कब्जा’ से इनकार

मंदिर में ईसाई प्रार्थना? पुलिस कर रही इनकार (साभार: सुनील देवधर)

आंध्र प्रदेश में ईसाई मिशनरियों ने एक हिंदू मंदिर पर कब्जा कर लिया है – एक वीडियो शेयर करके यह आरोप भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने लगाया। ये घटना राज्य के गंगावरम स्थित राम मंदिर की बताई जा रही है। भाजपा नेताओं के आरोप के अनुसार एक पादरी ने मंदिर के अंदर ईसाई प्रार्थना सभा आयोजित की। शुक्रवार (31 मार्च 2022) को इससे संबंधित वीडियो वायरल हुआ।

बीजेपी के आंध्र प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने भी यह वीडियो शेयर किया है। ट्वीट में वीडियो को लेकर उन्होंने लिखा: “यह बर्दाश्त नहीं। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के धर्मांतरण एजेंडा को चर्च आगे बढ़ा रहा है। गंगावरम स्थित राम मंदिर को गैर-कानूनी ढंग से एक पादरी ने कब्जा लिया और अंदर ईसाई प्रार्थना कर रहे। सभी अपराधी तुरंत गिरफ्तार किए जाएँ।”

सुनील देवधर द्वारा शेयर किए गए वीडियो में आप देख सकते हैं कि जहाँ प्रार्थना चल रही है, उसके पीछे एक मंदिर है। मंदिर के गेट पर ताला लगा हुआ है।

आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर बीजेपी नेता ने धर्मान्तरण के एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने चर्च पर अपनी सीमा रेखा को क्रॉस कर अवैध तरीके से राम मंदिर पर कब्जा करने और हिंदू मंदिर के अंदर ईसाई रीति-रिवाजों का पालन करने का आरोप भी लगाया। बीजेपी नेता ने मंदिर के अंदर घुसने वाले सभी दोषियों के खिलाफ तत्काल गिरफ्तारी की माँग की है।

इसी घटना के वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा के सीनियर लीडर विष्णु वर्धन रेड्डी ने तंज कसा और कहा कि आंध्र प्रदेश में हिंदुओं के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने दावा किया कि एक ईसाई पादरी ने गंगावरम में राम मंदिर पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया और मंदिर के अंदर ईसाई प्रार्थना की।

इसके लिए दोषी सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग करते हुए उन्होंने कहा कि वाईएसआर-कॉन्ग्रेस सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण ऐसा हो रहा है।

आंध्र प्रदेश पुलिस ने दी सही जानकारी

आंध्र प्रदेश की पूर्वी गोदावरी पुलिस ने भाजपा नेताओं के द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो को लेकर सही जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि पादरी ने राम मंदिर पर “अवैध रूप से कब्जा” नहीं किया है।

पूर्वी गोदावरी के पुलिस अधीक्षक एम रवींद्रनाथ बाबू ने कहा कि प्रार्थना सभा आयोजित करने वाली महिला और उसके बेटे के बीच पारिवारिक विवाद है। इसे ही सांप्रदायिक रंग दे दिया गया। पुलिस के अनुसार कड़ा मंगयम्मा नाम की महिला ने अपने घर के सामने सड़क पर ईसाई प्रार्थना सभा आयोजित की। उसके घर और सड़क से सटे ही राम मंदिर है, जिसे वायरल वीडियो में देखा जा सकता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया