चिलमखोर, दारूबाज, गुंडा… सुनिए किस जुबान में पीएम मोदी और अमित शाह को धमका रहा युवक

पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी

माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक यूजर ने टिक टॉक का एक वायरल वीडियो शेयर किया है। इसमें एक मजहब विशेष का युवक नागरिकता कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप (NRC) का विरोध कर रहा है। वह पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को न केवल धमकी दे रहा है बल्कि बेहद अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल भी कर रहा है।

वीडियो में युवक को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “…तुम NRC और CAB लाकर हमें देश से बाहर नहीं कर सकते। उस समय सावरकर नहीं आए थे लड़ने के लिए, हमारे उलमाओं (इस्लामी विद्वानों) ने फाँसी का फंदा चूमा था।”

https://twitter.com/ExSecular/status/1205717079422144512?ref_src=twsrc%5Etfw

इसके बाद वो प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम को गाली देते हुए कहता है, “ये अमित शाह या मोदी के बाप का मुल्क नहीं है, जो NRC के जरिए हमें कह रहे हैं कि हम विदेशी हैं, घुसपैठिए हैं। 800 वर्षों तक हमने देश पर राज किया, लेकिन हमारी हड्डी में उबाल नहीं आया, लेकिन पाँच साल से तुम्हें सत्ता मिल गई है तो तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है।”

आगे वीडियो में वो भाषा की सारी गरिमा को लाँघते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को ‘चिलमखोर’ और पीएम मोदी और गृह मंत्री को ‘दारूबाज’ कहकर अपमानित करता है और कहता है, “अमित शाह देश का सबसे बड़ा गुंडा है, जो 6 महीने का तड़ीपार रहा है। इसलिए कोई बिल लाकर उसको देश से बाहर करना चाहिए…” फिर कहता है, “3000 से अधिक लोगों का नरसंहार करने वाले प्रधानमंत्री से क्या उम्मीद की जा सकती है। लेकिन बस एक ही संदेश देना चाहते हैं कि बहुत ज्यादे सनक में मत रहो, वरना अगर हम अपने पर आ गए तो भागने का रास्ता नहीं रहेगा…”

गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक बुधवार (दिसंबर 11, 2019) को राज्यसभा द्वारा और सोमवार (दिसंबर 9, 2019) को लोकसभा द्वारा पारित किया गया। गुरुवार (दिसंबर 12, 2019) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मंजूरी देने के बाद नागरिकता (संशोधन) विधेयक अब कानून बन गया है। इसके बाद पूरे देश में हिंदू शरणार्थी पीएम मोदी और अमित शाह को नागरिकता संशोधन विधेयक लाकर उनके अत्याचारों को समाप्त करने के लिए धन्यवाद दे रहे हैं, तो वहीं इन जैसे कट्टरपंथी देश भर में गलत सूचना और नफरत फैला रहे हैं। कुछ समूह द्वारा कई जगह पर हिंसा भी फैलाई जा रही है।

बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल के कानून बनने के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न के चलते आए हिन्दू, सिख, ईसाई, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को लोगों को भारतीय नागरिकता मिल पाएगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया