विस्फोटक लदी स्कॉर्पियो के साथ थी सफेद इनोवा कार, मुंबई के CP परमबीर सिंह के ऑफिस से मिली: रिपोर्ट्स

सफेद इनोवा कार (बाएँ), परमबीर सिंह (दाएँ)

उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर ‘एंटीलिया’ के बाहर विस्फोटक लदी स्कॉर्पियो खड़ी करने के मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) के अधिकारियों ने मुंबई पुलिस आयुक्त के कार्यालय से सफेद इनोवा कार बरामद की है। शक है कि 25 फरवरी को एंटीलिया के बाहर विस्फोटक लदी स्कॉर्पियों खड़ी करने की घटना में एक सफेद इनोवा कार का भी इस्तेमाल किया गया था।

मराठी मीडिया आउटलेट साकाल के अनुसार, एनआईए के अधिकारियों ने सफेद इनोवा को मुंबई पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में ट्रेस किया है। करीब से देखने पर उन्होंने पाया कि यह वही सफेद इनोवा कार है, जिसका इस्तेमाल विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो के साथ किए जाने की आशंका है। जानकारी के मुताबिक इस कार पर ‘पुलिस’ लिखा हुआ था।

जाँच के दौरान, NIA अधिकारियों ने पाया कि सफेद इनोवा मुंबई पुलिस की CIU यूनिट की थी और इसका इस्तेमाल सचिन वाजे ने किया था। एनआईए ने वाजे पर विस्फोटक रखने का आरोप लगाया है।

मुंबई पुलिस कमिश्नर कार्यालय में सफेद इनोवा कार पाए जाने के बाद, मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर कई सवाल उठ रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि एनआईए के अधिकारी एंटीलिया बम केस में मुंबई पुलिस और शिवसेना के कई नेताओं से पूछताछ कर सकते हैं। बताया गया है कि वाजे ने घटना के संबंध में कुछ हाई-प्रोफाइल नामों का खुलासा किया है।

गौरतलब है कि मुंबई पुलिस के विवादित अधिकारी सचिन वाजे को NIA ने गिरफ्तार कर लिया है। सचिन वाजे से शनिवार (मार्च 13, 2021) को 12 घंटे तक पूछताछ की गई और फिर देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ IPC की धारा-120B (आपराधिक षड्यंत्र), 286 (किसी विस्फोटक पदार्थ के बारे में उपेक्षापूर्ण आचरण), 465 (कूटरचना), 473 (कूटरचना करने के आशय से कूटकृत मुद्रा को बनाना या कब्जे में रखना) और 506(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वाजे की गिरफ्तारी के बाद मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली स्कॉर्पियो कार को लेकर बड़ा खुलासा हुआ। ख़बरों में बताया गया कि एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो वही थी, जिसका इस्तेमाल अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी के दौरान सचिन वाजे ने किया था। ख़बरों में कहा जा रहा है कि ATS को अब वो CCTV फुटेज भी मिल गया है, जिसमें अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी से उसका कनेक्शन सामने आ रहा है। ये भी पता चला है कि उस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर फेक है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया