राणा कपूर की तीनों बेटियों की 20 फर्जी कम्पनियाँ, ₹13000 करोड़ का गबन: CBI ने दर्ज किया मामला

राणा कपूर की बेटियाँ रोशनी कपूर, राखी कपूर और राधा कपूर (बाएँ से दाएँ)

‘यस बैंक’ के संस्थापक राणा कपूर की गिरफ़्तारी के बाद ये मामला और भी फँसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जाँच की आँच अब राणा कपूर की पत्नी और उनकी तीनों बेटियों तक पहुँच गई है। राणा कपूर ने कई महँगी पेंटिंग्स ख़रीदी थीं, जिनकी क़ीमत करोड़ों में लगाई गई थी। इसके अलावा उनके 2000 करोड़ रुपए के निवेश की भी जाँच की जा रही है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ़्तार राणा कपूर एक दर्जन से भी अधिक मुखौटा कंपनियों के जरिए अपना कारोबार चला रहे हैं, जो जाँच की जद में आ गई है।

ईडी ने मुंबई कोर्ट को बताया है कि ‘यस बैंक’ ने डीएचएफएल के 3700 करोड़ मूल्य से भी अधिक के डिबेंचर ख़रीदे। डीबीएचएल ने डोलीट अर्बन वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड को 600 करोड़ का लोन दिया। इस कम्पनी में राणा कपूर की बेटियाँ बतौर डायरेक्टर कार्यरत हैं। बिना पर्याप्त कोलैटरल के उक्त लोन दे दिया गया और नियमों की अनदेखी की गई। दोनों कंपनियों के करार में 4300 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की बात ईडी ने कही है। इसके बाद कोर्ट ने राणा कपूर को 11 मार्च तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया।

ईडी ने राणा कपूर की पत्नी बिंदु और उनकी तीनों बेटियों के कई ठिकानों की तलाशी भी ली है। दिल्ली और मुंबई में चले इस तलाशी अभियान के दौरान राखी कपूर टंडन, राधा कपूर और रोशनी कपूर से पूछताछ भी की गई, जो कई घंटों तक चली। तीनों बेटियों पर आरोप है कि उनके नाम से कई कम्पनियाँ चलती हैं, जो दूसरी कंपनियों को ‘यस बैंक’ से लोन दिलाने के एवज में मोटी रकम वसूलती थीं। इस तलाशी अभियान के बाद मिले दस्तावेजों के आधार पर राणा कपूर के ख़िलाफ़ एक और अलग मामला दर्ज किया जा सकता है।

कपूर परिवार के पास 44 महँगे पेंटिंग्स मिले हैं। इनमें से कई राजनेतओं से ख़रीदी गई है। ईडी ने कपूर की पत्नी और तीनों बेटियों के बयान भी रिकॉर्ड किए हैं। आरबीआई ने ‘यस बैंक’ पर पाबन्दी लगाने के साथ ही उसके बोर्ड को भी भांग कर दिया है, ऐसे में कोई व्यक्ति अपनी जमापूँजी में से इस बैंक से 50,000 रुपए तक ही निकाल सकता है। सीबीआई ने ‘दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड’ और राणा कपूर की तीनों बेटियों के ख़िलाफ़ भी केस दर्ज किया है।

https://twitter.com/CNBCTV18News/status/1236275659581751296?ref_src=twsrc%5Etfw

इस मामले के तार गैंगस्टर इक़बाल मिर्ची तक भी जुड़ते नज़र आ रहे हैं। ऐसे में ईडी फूँक-फूँक कर क़दम रख रही है। ‘यस बैंक’ के संस्थापक रहे राणा कपूर बाद में इसके एमडी और सीईओ बने। सितम्बर 2018 में उन्हें ये पद छोड़ना पड़ा था। आरोप है कि डीएफएचएल ने कुल 80 फ़र्ज़ी कंपनियों के जरिए 13,000 करोड़ रुपए का गबन किया है। एक ईडी अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि कपूर परिवार ने 20 फ़र्ज़ी कम्पनियाँ बना रखी हैं, जिनका इस्तेमाल इन गड़बड़ियों के लिए किया गया।

ऐसे ही नहीं डूब गया यस बैंक, प्रियंका गाँधी की पेंटिंग खरीदने पर राणा कपूर ने खर्चे करोड़ों

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया