‘तूने सुशांत सिंह राजपूत को मारा’: आदित्य ठाकरे को 3 बार किया कॉल… बेंगलुरु से पकड़ लाई मुंबई पुलिस

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को हाल ही में एक शख्स ने जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने बेंगलुरु से जयसिंह राजपूत नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इसी शख्स ने 8 दिसंबर को आदित्य ठाकरे को फोन किया था और कॉल ना उठाने पर उनके लिए धमकी भरे मैसेज छोड़े। इसके बाद से ही मुंबई पुलिस की अलग-अलग टीमें उसकी तलाश कर रही थी। पूछताछ में आरोपित ने खुद को एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का फैन बताया है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपित ने 8 दिसंबर की आधी रात को आदित्य ठाकरे के व्हाट्सएप पर धमकी भरे मैसेज किए थे। आरोपित ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के लिए ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया था। उसने तीन बार कॉल भी किया। लेकिन ठाकरे ने अनजान कॉल को रिसीव नहीं किया। इसके बाद आरेापित ने धमकी भरे मैसेज भेज कर लिखा था, “तूने सुशांत सिंह राजपूत को मारा…।” आरोपित ने आदित्य ठाकरे को अपशब्द भी कहे थे।

मामला सीएम के बेटे और कैबिनेट मंत्री से जुड़ा था, इस वजह से तुरंत पुलिस भी हरकत में आ गई। जाँच में पुलिस को पता चला कि आरोपित बेंगलुरु में है। इसके बाद पुलिस ने उसे 18 दिसंबर को गिरफ्तार किया। ट्रांजिट रिमांड पर उसे मुंबई लाया गया। एक स्थानीय अदालत ने उसे 23 दिसंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया।

इस बीच एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा है, “जिस तरह से आदित्य ठाकरे को धमकी भरा पत्र मिला, हमें संदेह है कि क्या यह उन संगठनों से जुड़ा है जिन्होंने (नरेंद्र) दाभोलकर और (गोविंद) पानसरे की हत्या की। मुझे भी ऐसी धमकियाँ मिली हैं। हमने इसकी जाँच के लिए लिखा है।”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक गंभीर मामला है, सत्ता खोने के बाद कुछ संगठन इस तरह से व्यवहार कर रहे हैं। गृह विभाग इसकी जाँच करेगा और पता लगाएगा कि इसके पीछे कौन है। उन्हें पकड़ा जाएगा और दंडित किया जाएगा।”

गौरतलब है कि 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत का शव मुंबई के बांद्रा स्थित उनके फ्लैट में मिला था। मुंबई पुलिस ने इसे सुसाइड का मामला बताया था। बाद में मामले की जाँच सीबीआई को सौंप दी गई। सुशांत के फैंस महाराष्ट्र सरकार, सीएम उद्धव ठाकरे और मंत्री आदित्य ठाकरे पर इस मामले को दबाने का आरोप लगाते रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया