पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान से शुरू हुई राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव परिणाम आने के बाद भी पश्चिम बंगाल में लगातार सियासी हिंसा जारी है। शनिवार (जून 8, 2019) की देर शाम पश्चिम बंगाल के 24 परगना में टीएमसी और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। जिसमें चार लोगों की मौत की खबर है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि उसके तीन कार्यकर्ताओं को टीएमसी के लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है, वहीं टीएमसी का आरोप है कि उनके एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है।
भाजपा नेता मुकुल रॉय ने इस घटना के बाद ट्वीट कर बताया कि उनके 3 कार्यकार्ताओं को टीएमसी के गुंडों ने संदेशखली में गोली मार दी है। उन्होंने लिखा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ हो रही हिंसा के लिए सीएम ममता बनर्जी सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उन्होंने लिखा कि इस पूरे मामले की शिकायत वो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करेंगे। खबर के अनुसार, मुकुल रॉय ने अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें बंगाल की घटना से अवगत कराया। घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल बीजेपी नेताओं से फोन पर बात की और गृह सचिव राजीव गाबा को राज्य सरकार से संवाद करने के निर्देश दिए।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के संदेशखली इलाके में भाजपा का झंडा खोलने को लेकर तृणमूल व भाजपा समर्थकों के बीच विवाद शुरू हुआ। देखते ही देखते विवाद गहराता चला गया। इस बीच वहाँ दोनों गुटों के लोगों के बीच हाथापाई शुरू हो गई, जिससे पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस दौरान जमकर गोलीबारी हुई। जिसमें सुकांत मंडल, प्रदीप मंडल और तपन मंडल की गोली लगने से मौत हो गई, वहीं कई पार्टी कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है।
पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख विजयवर्गीय ने भी इस झड़प और पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “अभी अभी मिली दुःखद ख़बर के अनुसार पश्चिम बंगाल के बशीरहाट लोकसभा के क्षेत्र संदेशखली में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की तृणमूल के गुंडों ने हत्या कर दी।” इसके साथ ही आसनसोल से सांसद और मंत्री बाबुल सुप्रीयो ने ट्वीट कर कहा कि अब बंगाल की जनता सब कुछ समझ चुकी है और जल्द ही टीएमसी का अंत होने वाला है।