केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को हर साल दिए औसतन ₹14.50 करोड़: 7 सालों में बाँटी ₹101 करोड़ की खैरात, RTI में खुलासा

अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) भले ही भारतीय नोटों पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर छापने की माँग करके हिंदुओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन हकीकत इससे अलग है। एक RTI में खुलासा हुआ है कि सीएम केजरीवाल ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को लगभग 101 करोड़ रुपए दिए हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने 7 साल के शासन में जनता के 101 करोड़ रुपए की जो राशि दिल्ली वक्फ बोर्ड को दी है, उसमें से 62 करोड़ रुपए पिछले एक साल में दिए गए हैं। वहीं, साल 2019-20 में 22 करोड़ 72.50 लाख रुपए दिए गए। इसके पहले 2018-19 में 8 करोड़ 85 लाख 69 हजार रुपए दिए गए।

RTI में मिले जवाब के अनुसार, साल 2015-16 में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को 1.25 करोड़ रुपए दिए थे। इसके बाद यह राशि हर साल बढ़ाई गई। साल 2016-17 में 1.37 करोड़ रुपए और 2017-18 में 5 करोड़ रुपए दिए गए। हालाँकि, 2020-21 में दिल्ली सरकार की ओर से कोई राशि नहीं दी गई। यह वही साल था, जब देश मे कोरोना का कहर था।

RTI कार्यकर्ता अजय बोस द्वारा हासिल की गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने हर साल औसतन लगभग 14.50 करोड़ रुपए की सार्वजनिक राशि दिल्ली वक्फ बोर्ड को दी। दिल्ली सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड को सौंपा गया यह पैसा आम जनता का है, लेकिन अपनी वोटबैंक की राजनीति को चमकाने के लिए इसे एक समुदाय विशेष को सौंप दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया