Sunday, October 13, 2024
Homeराजनीतिकेजरीवाल सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को हर साल दिए औसतन ₹14.50 करोड़: 7...

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को हर साल दिए औसतन ₹14.50 करोड़: 7 सालों में बाँटी ₹101 करोड़ की खैरात, RTI में खुलासा

RTI में मिले जवाब के अनुसार, साल 2015-16 में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को 1.25 करोड़ रुपए दिए थे। इसके बाद यह राशि हर साल बढ़ाई गई। साल 2016-17 में 1.37 करोड़ रुपए और 2017-18 में 5 करोड़ रुपए दिए गए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) भले ही भारतीय नोटों पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की तस्वीर छापने की माँग करके हिंदुओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन हकीकत इससे अलग है। एक RTI में खुलासा हुआ है कि सीएम केजरीवाल ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को लगभग 101 करोड़ रुपए दिए हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने 7 साल के शासन में जनता के 101 करोड़ रुपए की जो राशि दिल्ली वक्फ बोर्ड को दी है, उसमें से 62 करोड़ रुपए पिछले एक साल में दिए गए हैं। वहीं, साल 2019-20 में 22 करोड़ 72.50 लाख रुपए दिए गए। इसके पहले 2018-19 में 8 करोड़ 85 लाख 69 हजार रुपए दिए गए।

RTI में मिले जवाब के अनुसार, साल 2015-16 में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वक्फ बोर्ड को 1.25 करोड़ रुपए दिए थे। इसके बाद यह राशि हर साल बढ़ाई गई। साल 2016-17 में 1.37 करोड़ रुपए और 2017-18 में 5 करोड़ रुपए दिए गए। हालाँकि, 2020-21 में दिल्ली सरकार की ओर से कोई राशि नहीं दी गई। यह वही साल था, जब देश मे कोरोना का कहर था।

RTI कार्यकर्ता अजय बोस द्वारा हासिल की गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने हर साल औसतन लगभग 14.50 करोड़ रुपए की सार्वजनिक राशि दिल्ली वक्फ बोर्ड को दी। दिल्ली सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड को सौंपा गया यह पैसा आम जनता का है, लेकिन अपनी वोटबैंक की राजनीति को चमकाने के लिए इसे एक समुदाय विशेष को सौंप दिया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सुशांत-दिशा सालियान पर जो रहे चुप, वे बाबा सिद्दीकी पर बेचैन क्यों… जिस हत्या पर मची राजनीतिक रार, उसकी विद्रूप सच्चाइयों को एक नेता...

बाबा सिद्दीकी की मौत से जुड़े रहस्यों का पर्दाफाश जरूरी है, पर उस राजनीति का क्या जिसने सामाजिक न्याय की धारा को कुंद किया। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवाज दी।

रेल पटरी से तोड़फोड़, इसलिए खड़ी मालगाड़ी से टकराई बागमती एक्सप्रेस? NIA को साजिश का शक, उत्तराखंड के रुड़की में ट्रैक पर मिला गैस...

मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस मुख्य लाइन की बजाय गलती से लूप लाइन में चली गई और वहाँ खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। NIA इसकी जाँच कर रही है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -