‘भगवा झंडा वालों को अनुमति नहीं’: भगवान मुरुगन के मंदिरों तक BJP की यात्रा, अमित शाह के कारण द्रविड़ पार्टियाँ बेचैन

भाजपा की 'वेल यात्रा' के बीच अमित शाह का तमिलनाडु दौरा

तमिलनाडु में भाजपा की प्रस्तावित ‘वेल यात्रा’ से वहाँ की द्रविड़ पार्टियाँ भयभीत हो गई हैं। यहाँ तक कि राजग में उसकी सहयोगी पार्टी AIADMK ने भी इस मामले में भाजपा के खिलाफ रुख अख्तियार कर लिया है। AIADMK सरकार ने राज्य में धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए इस रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पार्टी ने कहा कि ‘भगवा झंडा लहराने वालों द्वारा धार्मिक घृणा फैलाने’ की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अपने मुखपत्र के माध्यम से पार्टी ने कहा कि राज्य में जाति-धर्म के आधार पर लोगों को विभाजित करने वाली यात्रा नहीं निकालने दी जाएगी। उसने कहा कि सभी सम्बंधित लोगों को समझ लेना चाहिए कि तमिलनाडु के लोगों ने बार-बार साबित किया है कि द्रविड़ प्रदेश में धर्म मानवता के लिए दिशा-निर्देशक प्रकाश-पुँज हैं, न कि घृणा और विभाजन का माध्यम। उसने कहा कि सही मजहब शांति और प्यार का ही सन्देश देते हैं।

AIADMK ने खुद को जाति-धर्म से परे बताते हुए कहा कि वो धर्म के आधार पर वोट बैंक की राजनीति करने की इजाजत नहीं दे सकता है। पार्टी ने चेताया कि ‘वेल यात्रा’ में जाने वाले लोगों को ये समझना चाहिए। उसका इशारा अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा पर था। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार (नवंबर 21, 2020) को तमिलनाडु की यात्रा पर हैं, जहाँ भाजपा के नए विस्तार का बिगुल फूँका जाना है।

तमिलनाडु में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। 1957 से लेकर 2018 तक 61 सालों में 13 विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव जीतने वाले एम करूणानिधि के निधन के बाद ये पहला चुनाव होगा। साथ ही 27 सालों में 6 विधानसभा क्षेत्रों से 9 चुनाव जीतने वाली जयललिता भी इस बार नहीं होंगी। ऐसे में दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बिना हो रहे इस चुनाव में भाजपा अपनी पैठ बनाने के लिए संघर्ष कर रही है।

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दिसंबर 6, 2020 तक तमिलनाडु में भाजपा की ‘वेल यात्रा’ चलनी है। लेकिन, इस यात्रा की लगातार अनुमति देने से मना किया जा रहा है। कई नेताओं को तमिलनाडु सरकार ने गिरफ्तार भी कर लिया। साथ ही 100 से अधिक लोगों के जमावड़े वाले किसी भी राजनीतिक, समाजिक या धार्मिक जुटान को प्रतिबंधित कर दिया गया है। अमित शाह तमिलनाडु में भाजपा के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्द्धन करेंगे।

तमिलनाडु की ‘वेल यात्रा’ को रथयात्रा की तर्ज पर तैयार किया गया है, जो एक महीने तक चलने वाली है। इसके तहत भगवान मुरुगन के 6 मंदिरों तक यात्रा जानी थी। उत्तरी तमिलनाडु के तिरुतनी मंदिर से लेकर दक्षिणी तमिलनाडु के तिरुचेंदूर मंदिर तक इसका समापन होना था। भाजपा का कहना है कि खुद भगवान मुरुगन ने उन्हें इस यात्रा की अनुमति दी है। भाजपा अनुमति के लिए हाईकोर्ट भी गई है।

वहीं पिछले कुछ महीनों में तमिलनाडु में भी अब भाजपा के खिलाफ राजनीतिक हिंसा का दौर चल पड़ा है। सितम्बर 2020 में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा भाजपा युवा विंग के नेता रंगनाथन की बेरहमी से हत्या कर दी थी। रंगनाथन AIADMK को छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे और उन्हें कुंडुमारनप्पल्ली गाँव के बीजेपी यूथ विंग अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वो परिवार के साथ अपने बेटे का जन्मदिन मना रहे थे, तभी उन्हें मार डाला गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया