मोदी का कुत्ता, शाह का रखैल, योगी की नाजायद औलाद: अखिलेश ने नंबर किया वायरल, सपाई बक रहे गालियाँ

प्रशांत सिंह (दाएँ) ने कहा कि उन्हें या उनके परिवार को कुछ भी होता है तो इसके जिम्मेदार सिर्फ़ अखिलेश यादव होंगे

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक व्यक्ति को भाजपा नेता बताते हुए उससे ख़ुद की जान को ख़तरा होने का दावा किया था। अब उस व्यक्ति ने ख़ुद के निर्दोष होने का दावा करते हुए सपा के मुखिया पर आरोप लगाया है कि उनके समर्थक उन्हें लगातार धमकियाँ दे रहे हैं। ज्ञात हो कि शनिवार (फरवरी 15, 2020) को एक व्यक्ति ने अखिलेश यादव के कार्यक्रम में ‘जय श्री राम’ कह दिया था, जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने उस व्यक्ति की पिटाई की थी। इसके बाद अखिलेश ने दावा किया कि एक भाजपा नेता से उनकी जान को ख़तरा है। उन्होंने एक मैसेज मीडिया को दिखाया था, जिसके बाद उस व्यक्ति का नंबर वायरल हो गया था।

जिस व्यक्ति ने अखिलेश की सभा में ‘जय श्री राम’ कहा था, उसका नाम गोविन्द शुक्ला था। उन्होंने जिस व्यक्ति पर धमकी देने के आरोप लगा कर नंबर वायरल किया, उसका नाम प्रशांत सिंह है। ‘स्वराज्य’ की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने पूछा कि क्या अखिलेश यादव को ‘टोंटी चोर’ कहना गाली की श्रेणी में आता है, वो भी तब जब मोदी-शाह को नाजी से लेकर हत्यारा कहे जाने तक को लोकतान्त्रिक विरोध बताया जाता रहा हो। अखिलेश ने जिस व्यक्ति का नंबर ट्वीट किया, उसे जान से मारने की लगातार धमकियाँ मिल रही हैं।

प्रशांत ने एक वीडियो के माध्यम से बताया कि अखिलेश यादव ने उनका मोबाइल नंबर और व्हाट्सप्प स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व सीएम ने बिना जाँच-पड़ताल किए और सच्चाई समझे बिना ये सब किया, जिससे सपा समर्थक उनके ख़ून के प्यासे हो गए हैं। प्रशांत ने कहा कि उनके परिवार पर भी ख़तरा है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी किसी बात से अखिलेश को ठेस पहुँची है, तो उन्हें इसका खेद है। उन्होंने बताया कि वो काफ़ी परेशान हैं और घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

प्रशांत ने दावा किया कि उन्होंने कोई ग़लत मैसेज नहीं किया था, बल्कि मोदी और योगी के लिए ‘ज़िंदाबाद’ लिखा था। प्रशांत ने यह भी कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी अच्छा कार्य कर रहे हैं, इसीलिए उनका ‘ज़िंदाबाद’ होना चाहिए। उन्होंने अखिलेश को सलाह दी कि अगर भविष्य में वो अच्छा कार्य करेंगे तो उनका भी ‘ज़िंदाबाद’ किया जाएगा। बकौल प्रशांत सिंह, उन्होंने 16 जनवरी को अखिलेश यादव को मैसेज किया था और अखिलेश ने कन्नौज प्रकरण में राजनीतिक लाभ लेने के लिए उनको निशाने पर ले लिया।

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प्रशांत ने कहा कि अगर उन्हें या फिर उनके परिवार को कोई भी क्षति पहुँचती है तो इसके जिम्मेदार अखिलेश यादव होंगे। उन्होंने कहा कि ‘टोंटी चोर’ एक साधारण शब्द है, इसके लिए उन पर निशाना साधा जा रहा जबकि अखिलेश के समर्थक उनके पेज पर सीएम योगी व अन्य विरोधियों के ख़िलाफ़ कई भद्दे-भद्दे कमेंट्स करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को सपा समर्थकों द्वारा ‘चिलम वाले बाबा’ भी कहा जाता है।

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वहीं समाजवादी पार्टी के विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप्स में प्रशांत सिंह को ‘गुंडा’ बताते हुए उनका नंबर वायरल किया जा रहा है। उन्हें ‘अपराधी’ बताया जा रहा है और ‘मार-मार कर गर्दा उड़ाने’ की धमकी दी जा रही है। उन्हें ‘कायर’ बताते हुए ‘भूसा भर के पर्दा गिरा देने’ की धमकी भी दी जा रही है। उन्हें व्हाट्सप्प के माध्यम से भी धमकाया जा रहा है। एक बिलाल ख़ान नामक सपा कार्यकर्ता ने प्रशांत को ‘मोदी का कुत्ता, शाह का रखैल और योगी की नाजायज औलाद’ जैसे आपत्तिजनक तमगों से नवाजा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया