‘गुरु’ अन्ना हजारे ने नाम लेकर, ‘मित्र’ कुमार विश्वास ने बिना नाम लिए केजरीवाल को सुनाया: शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद योगेंद्र-भूषण ने पुराने साथी को पुचकारा

अरविंद केजरीवाल (बीच में) की गिरफ़्तारी के बाद अन्ना हजारे (दाएँ) और कुमार विश्वास (बाएँ) ने साधा निशाना

शराब घोटाले में ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। अब उनके गुरु रहे अन्ना हजारे ने भी इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी है। अन्ना हजारे ने कहा, “अरविंद केजरीवाल जैसा आदमी जो मेरे साथ काम करता था, जो हमलोगों के साथ शराब के खिलाफ आवाज़ उठाता था वो आज शराब नीति बना रहा है। इसका मुझे दुःख हुआ, लेकिन करेंगे क्या। सत्ता के सामने कुछ नहीं कर सकते।”

अन्ना हजारे ने आगे कहा, “आखिर अरविंद केजरीवाल को जो गिरफ्तार किया गया, जो भी हुआ वो उनकी त्रुटि से हुआ। वो गलती नहीं करते तो ये नहीं होता। कानून के तौर पर अब आगे जो होगा सो होगा। कानून सोचेगा।” वहीं AAP के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे कवि कुमार विश्वास ने भी अपने पुराने साथी पर तंज कसा है। कुमार विश्वास ने गोस्वामी तुलसीदास के रामचरितमानस की इन पंक्तियों के जरिए अपनी बात रखी – “कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करइ सो तस फल चाखा।”

इन पंक्तियों के जरिए कहा गया है कि जो व्यक्ति जिस प्रकार का कर्म करता है, उसे वैसा ही फल मिलता है। कभी AAP में रहे भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने बताया कि कैसे वो पहले से कहते आ रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल का अंतिम ठिकाना तिहाड़ जेल में होगा और आज वही सच होता हुआ दिख रहा है। वहीं जिस योगेंद्र यादव को AAP से निकाल बाहर किया गया था, वो अब केजरीवाल के समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि ये गिरफ़्तारी लोकतांत्रिक मर्यादा का चीर-हरण है।

वहीं कभी AAP में रहे अधिवक्ता प्रशांत भूषण भी अरविंद केजरीवाल के समर्थन में उतर आए हैं। प्रशांत भूषण ने ED पर आपके ‘आकाओं के कहने पर कॉर्पोरेट कंपनियों से धन उगाही’ का आरोप जड़ते हुए कहा कि उल्टा जाँच एजेंसी के अधिकारियों पर ही मुकदमा चलना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि बिना किसी दस्तावेजी सबूत के ही दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। 2015 में इन दोनों को दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP को हराने की साजिश रचने का आरोप लगा था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया