‘हवा में उड़ गए जय श्री राम, ब्राह्मणवाद से आज़ादी’: JNU में PM मोदी के खिलाफ भी अपमानजनक नारे, वीडियो में लेफ्ट के साथ-साथ ‘लालटेन छाप’ भी दिखा

JNU में हिन्दू विरोधी नारेबाजी, ब्राह्मणों और PM मोदी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी

वामपंथ के गढ़ के रूप में कुख्यात JNU (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) एक बार फिर विवादों में है। यूनिवर्सिटी में हिन्दू विरोधी नारा लगाया गया है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो में ढपली बजाते हुए छात्र-छात्राएँ ‘मिले फुले-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम’ नारा लगाते हुए दिख रहे हैं। वीडियो रात के समय का है। साथ ही ‘ब्राह्मणवाद से आज़ादी’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे भी लगाए गए।

बता दें कि नब्बे के दशक (1993) में भाजपा के खिलाफ जब सपा-बसपा ने गठबंधन किया था तब दोनों दलों के समर्थक ‘मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्री राम’ नारा लगाया करते थे। कांशीराम बसपा के संस्थापक थे। JNU में इसके साथ ही ‘आज़ादी’ वाले नारे भी जम कर दोहराए गए। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी आपत्तिजनक नारे लगाए गए। उन्हें ‘चोर’ बताया गया। राजद समर्थक गर्व से इन वीडियोज को सोशल मीडिया में शेयर कर रहे हैं।

याद दिला दें कि ये वही JNU है जहाँ संसद भवन पर हमला करने वाले आतंकवादी के समर्थन में ‘अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल ज़िंदा हैं’ के नारे लगे थे। साथ ही ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशाअल्लाह-इंशाअल्लाह’ के नारे भी लगे थे। JNU में ही छात्र नेता रहे उमर खालिद ने फरवरी 2020 में दिल्ली में हिन्दू विरोधी दंगा भड़काया। JNU में 22 मार्च को छात्र संघ का चुनाव भी होने जा रहा है। यहाँ से लेफ्ट के छात्र नेता ही अब तक जीतते रहे हैं, लेकिन इस बार टक्कर कड़ी है।

ABVP ने वारंगल के उमेश चंद्र अजमीरा को मैदान में उतारा है, जो जनजातीय बंजारा समाज से आते हैं। जहाँ उनके पिता की नक्सलियों ने तभी हत्या कर दी थी जब उमेश 4 वर्ष के थे, वहीं जबरन धर्मांतरण की प्रताड़ना के कारण उनकी माँ भी चल बसी थीं। ताज़ा वीडियो तब का है, जब छात्र संघ के दावेदारों को सुनने के लिए भीड़ इकट्ठी हुई थी। इस पद के लिए इस बार 8 दावेदार हैं। दिसंबर 2022 में भी JNU में दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिख दिए गए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया