राजस्थान का बजट पेश करने के बाद बुधवार (जुलाई 10, 2019) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सीएम होने को लेकर एक बड़ा बयान दिया। अपने बयान में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके सिवा कोई और प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में ग्रामीण लोगों की यह भावना थी कि वे (अशोक गहलोत) ही मुख्यमंत्री बनें।
गहलोत की मानें तो पूरे प्रदेश के लोग कह रहे थे कि अगर कोई मुख्यमंत्री बने तो सिर्फ़ अशोक गहलोत। इसलिए लोगों की भावनाओं का आदर करते हुए राहुल गाँधी ने उन्हें सीएम बनने का अवसर दिया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री के मुताबिक लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए विधानसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस को वोट दिया था। इसलिए अगर किसी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाना था तो वह सिर्फ अशोक गहलोत था कोई और नहीं। उनके अनुसार उनका मुख्यमंत्री बनना तय था।
https://twitter.com/TrendingPilot/status/1148996524291981312?ref_src=twsrc%5Etfwबता दें कि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद कॉन्ग्रेस ने राजस्थान में अपनी सरकार बनाई थी। इस दौरान अशोक गहलोत के साथ सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल थे, लेकिन बाद में पार्टी ने अशोक गहलोत के लिए मुख्यमंत्री पद और सचिन के लिए उप-मुख्यमंत्री पद चुना था। गहलोत के सीएम बनने के बाद से सचिन पायलट और उनके बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था, लेकिन इस बयान के आने के बाद तो स्पष्ट हो गया है कि वाकई दोनों नेताओं के बीच तनातनी है, जिसके चलते गहलोत ने यह बयान दिया।
हालाँकि दोनों नेताओं की मुख्यमंत्री पद के लिए रेस को लेकर कहा जाता है कि राहुल गाँधी ने स्वयं सचिन पायलट को सीएम रेस से बाहर होने के लिए मनाया था, क्योंकि अशोक गहलोत ने उनसे लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने का दावा किया था, लेकिन नतीजा कुछ अलग ही आया। लोकसभा चुनावों के बाद सचिन पायलट के समर्थकों ने भी अशोक गहलोत को हार के लिए जिम्मेदार बताया था।