भाई राहुल के रास्ते प्रियंका गाँधी: 200 यूनिट फ्री बिजली, ₹2000 गृहिणी सम्मान, 5 लाख नौकरी… सब फेल

असम में जनता को रिझाती प्रियंका गाँधी

2021 विधानसभा चुनावी नतीजों के मद्देनजर मतगणना शुरू हो गई है। शुरुआती रुझानों में असम में लगातार NDA गठबंधन ने बढ़त बनाई हुई है। वहीं यूपीए बहुमत से बहुत पीछे चल रही है। ताजा अपडेट्स में एनडीए 67 सीटों पर आगे हैं वहीं यूपीए 39 सीट तक बढ़त बना पाई है।

दिलचस्प बात यह है कि असम वह राज्य है जहाँ कॉन्ग्रेस की महासचिव प्रियंका गाँधी ने 2 दिवसीय दौरे पर 6 रैलियाँ बैक टू बैक कीं। प्रियंका गाँधी ने दौरे के पहले दिन जोरहाट, नजीरा और खुमतई में रैली की। फिर अगले दिन उन्होंने गोलाघाट जिले के सरूपथार और नागाँव के कलियाबोर में रैली की। उनकी अंतिम रैली श्रीमंत शंकरदेवा की जन्मस्थली बाताद्रव में हुई।

मालूम हो कि केवल यही 6 रैलियाँ प्रियंका गाँधी ने चुनाव के मद्देनजर नहीं की थी, बल्कि 1-2 मार्च को भी प्रियंका गाँधी असम में बैठकें कर चुकी थीं। 2 मार्च को तेजपुर पहुँच उन्होंने राज्य की जनता को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देना का वादा किया था। 

उन्होंने ये भी कहा था कि इस कदम से जनता के 1400 रुपए बचेंगे। प्रियंका ने कहा कि यदि उनकी सरकार आई तो राज्य में  सीएए लागू नहीं होने दिया जाएगा और कम से कम 5 लाख सरकारी नौकरियाँ निकाली जाएँगी। 

राज्य की महिलाओं को रिझाने के लिए प्रियंका गाँधी ने 2000 रुपए हर महीने गृहणियों को भी देने का ऐलान किया। वहीं चाय के बागान में काम करने वालों के लिए ऐलान किया कि उन्हें 365 रुपए वेतन दिया जाएगा।

इन वादों के अलावा प्रियंका गाँधी ने अपनी छाप छोड़ने के लिए चाय काे बागान में मजदूरों के साथ टोकरी माथे पर लगाकार चाय की पत्तियाँ भी तोड़ीं। सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीरें बहुत वायरल हुईं।

लेकिन, बाद में रॉबर्ट वाड्रा के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद 3 अप्रैल को प्रियंका गाँधी ने ऐलान कर दिया कि स्थिति के मद्देनजर असम, तमिलनाडु और केरल में अपनी रैलियाँ कैंसिल कर रही हैं।

उन्होंने अपने पति के कोविड पॉजिटिव होने की जानकारी देते हुए सबसे माफी माँगी और अपने पार्टी प्रत्याशियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी प्रत्याशी राज्य में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और कॉन्ग्रेस विजयी होगी।

असम चुनाव

उल्लेखनीय है कि असम की 126 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में 82.04 फीसद वोट किए गए। कॉन्ग्रेस ने जहाँ नए-नए वादों पर इन चुनावों को लड़ा। वहीं भाजपा ने अपने कामों को गिना कर वोट माँगे। बता दें कि बीजेपी इस बार असम गण परिषद, UPPL, GSP के साथ गठबंधन में है, जबकि कॉन्ग्रेस के साथ AIUDF, BPF, CPI (M), CPI, CPI (ML) जैसी पार्टियाँ हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया