नीतीश की महिला मंत्री के खिलाफ भी खुला मोर्चा: जेडीयू MLA ने कहा- वह विरोधियों की हत्या करवाती हैं, उन्हें नहीं हटाया तो मैं दूँगी इस्तीफा

नीतीश कैबिनेट में लेसी सिंह को जगह मिलने से उखड़ी जेडीयू विधायक बीमा भारती

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब से अपनी नई कैबिनेट का गठन किया है, वह विवादों में है। मंत्रियों में से करीब 72 फीसदी दागी हैं। कानून मंत्री बनाए गए कार्तिकेय सिंह को लेकर दावा किया जा रहा है कि जिस दिन उन्होंने शपथ ली, उसी दिन उन्हें किडनैपिंग के एक केस में कोर्ट में हाजिर होना था। अब जेडीयू (JDU) की लेसी/लेशी सिंह (Leshi Singh) को कैबिनेट में शामिल किए जाने का विरोध हो रहा है। इसका विरोध जेडीयू की ही एक अन्य महिला विधायक बीमा भारती (Bima Bharti) ने किया है।

बीमा भारती ने लेसी सिंह को कैबिनेट से नहीं हटाए जाने पर पार्टी से इस्तीफे की धमकी दी है। उनका दावा है कि लेसी सिंह का जो भी विरोध करता है, वह उसकी हत्या करवा देती हैं। चुनावों के समय पार्टी विरोधी काम करती हैं। इसके बावजूद उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई है। बीमा भारती ने कहा, “हत्यारोपित को सरकार में खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बनाया गया। अगर मुख्यमंत्री लेसी सिंह का इस्तीफा नहीं लेते हैं, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूँगी।”

समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा, “लेसी सिंह को हमेशा कैबिनेट में क्यों चुना जाता है। सीएम उनमें ऐसा क्या देखते हैं? लेसी सिंह पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहती हैं। पार्टी को बदनाम करती हैं। हमारी बात क्यों नहीं सुनी जाती? क्या इसलिए कि हम पिछड़ी जाति से हैं?”

बीमा भारती पूर्णिया जिले के रुपौली से विधायक हैं। वह लगातार 5 बार इस क्षेत्र से विधायक बनी हैं। लेसी सिंह पूर्णिया के ही धमदाहा से विधायक हैं। बीमा भारती ने दैनिक भास्कर को बताया, “वह मेरे विरुद्ध लगातार षड्यंत्र रच रही हैं। जिला परिषद के चुनाव में मेरी बेटी को लेसी सिंह और उनके बेटे ने मिलकर 3 वोट से हरवा दिया। मुझे मंत्री नहीं बनाया, इसका दुख नहीं है। उसे मंत्री बनाया है इसका मुझे दुख है। पार्टी में और भी महिला विधायक हैं, जिन्हें मंत्री बनाना चाहिए।”

रुपौली विधायक के अनुसार, उन्होंने यह सारी बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को बता दी हैं। यदि जल्द से जल्द लेसी सिंह का इस्तीफा नहीं लिया गया, तो वह अपनी विधायकी से इस्तीफा दे देंगी।

बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 अगस्त 2022 को मंत्रिमंडल विस्तार किया था। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भाई तेज प्रताप समेत 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी। भाजपा से अलग होने के बाद नीतीश कुमार की जदयू ने राजद से गठबंधन कर नई सरकार बनाई है। नई कैबिनेट में कॉन्ग्रेस और जीतनराम माँझी की पार्टी को भी प्रतिनिधित्व मिला है। इस सरकार को समर्थन दे रहे वामदल कैबिनेट का हिस्सा नहीं बने हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया