‘अपनी नेतागिरी चमका रहे हैं’: माँ काली के अपमान पर फरियाद लेकर थाने गए BJP नेता, नीतीश कुमार की पुलिस ने बैरंग लौटाया

बिहार बीजेपी नेताओं को थाने से बैरंग लौटाया (वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट)

बिहार में बीजेपी के डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ की मेकर लीना मणिमेकलई और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ फरियाद लेकर पुलिस के पास पहुँचे। लेकिन, पुलिस ने उनकी शिकायत पर गौर करने से इनकार कर दिया। दिलचस्प यह है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही सरकार में बीजेपी भी साझेदार है।

यह घटना गुरुवार (7 जुलाई 2022) की है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। बिहार भाजपा के कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बरुण सिंह कार्यकर्ताओं के साथ शिकायत दर्ज करवाने पटना के कोतवाली थाना गए। लेकिन कोतवाली थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने यह कहते हुए उनकी शिकायत लेने से इनकार कर दिया कि वे राजनीति चमकाने आए हैं। इसके बाद पटना के DSP ने भी कथित तौर पर भाजपा नेताओं की शिकायत पर कार्रवाई से इनकार कर दिया।

वायरल वीडियो में इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह कह रहे हैं, “चलो भाई हम अभी कुछ नहीं करेंगे। आप नेता हैं और हम नौकरी कर रहे हैं। ये अपनी नेतागिरी चमका रहे हैं। जब मैं कहूँ तब मेरा वीडियो लीजिए।” इसी के साथ कोतवाली प्रभारी मीडिया वालों से भी सवाल कर रहे हैं कि उनका वीडियो क्यों बनाया जा रहा है। इस वीडियो के एक हिस्से में इंस्पेक्टर ने मौके पर मौजूद लोगों से कोतवाली थाने से बहार जाने के लिए भी कहा।

ऑपइंडिया से बातचीत में बरुण कुमार सिंह ने कहा, “इंस्पेक्टर सुनील द्वारा ऐसे शब्द बोले जाने के बाद हम DSP संजय कुमार के पास अपनी शिकायत लेकर गए। DSP ने भी हमारी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और कहा कि अगर इंस्पेक्टर ने न कह दिया है तो इसमें हम भी कुछ नहीं कर सकते। जब हमारी शिकायत किसी ने नहीं ली तो हम उसी थाने के एक मुंशी को शिकायत पत्र देकर चले आए। अब उनकी मर्जी है कि वो उस पर क्या करते हैं।”

शिकायत की कॉपी

ऑपइंडिया ने इंस्पेक्टर सुनील से सम्पर्क किया। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। सुनील कुमार से बात होने के बाद हम इस खबर को अपडेट करेंगे। गौरतलब है कि बिहार में गृह मंत्रालय भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ही पास रख रखा है। पिछले दिनों राज्य में जब अग्निपथ विरोधी हिंसा के दौरान बीजेपी नेताओं की संपत्तियों को निशाना बनाया गया था, तब भी पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने के आरोप लगे थे।

लीना ने बीते 2 जुलाई को ‘काली’ का पोस्टर ट्विटर पर रिलीज किया था। इसमें ‘काली’ बनी एक्ट्रेस को सिगरेट पीते दिखाया गया था। साथ ही एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में LGBT का झंडा था। इस पर विवाद होने के बाद लीना ने माफी माँगने से इनकार कर दिया था। वहीं महुआ मोइत्रा ने देवी काली को मांस खाने वाली और शराब पीने वाली बताया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया