ममता बनर्जी ने भड़काया, इसलिए मुर्शिदाबाद में हिंदुओं पर हुई पत्थरबाजी: रामनवमी हिंसा की BJP ने की NIA जाँच की माँग, गवर्नर को लिखा पत्र

रामनवमी पर मुर्शिदाबाद में हिंसा और सीएम ममता बनर्जी (साभार: स्क्रीनशॉट/ET)

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बुधवार (17 अप्रैल 2024) को रामनवमी के जुलूस पर पथराव और बमबाजी की गई। इसके कारण कई श्रद्धालुओं को चोट आई हैं। कुछ की स्थित गंभीर बताई जा रही है। इसके वीडियो भी सामने आए हैं। इस घटना को लेकर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की भड़काऊ भाषण के कारण राज्य के कई इलाकों में हमला हुआ है।

सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार (17 अप्रैल 2024) को इस संबंध में राज्यपाल को एक शिकायती पत्र भी भेजा है। अपनी चिट्ठी में भाजपा नेता ने कहा है, “मुख्यमंत्री के भड़काऊ भाषण के कारण पश्चिम बंगाल राज्य में विभिन्न स्थानों पर रामनवमी के जुलूसों को बाधित किया गया और उन पर हमला किया गया। भाषण के जरिए उपद्रवियों को सफलतापूर्वक उकसाया।”

उन्होंने कहा, “उन्हें (उपद्रवियों को) आश्वासन दिया गया था कि कानून प्रवर्तन एजेंसी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी क्योंकि रामनवमी पर सीएम के सार्वजनिक रुख पर उनके हाथ बँधे हुए हैं। उनके अनुसार, रामनवमी ‘दंगा करने का दिन है’। मैंने माननीय राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस को को पत्र लिखा है।”

सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ” उन्हें (राज्यपाल को) 17.04.2024 को रामनवमी के अवसर पर निकाले गए जुलूसों पर हुए हमलों के संबंध में अवगत कराया है। उनसे कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही इन घटनाओं की जाँच राष्ट्रीय एजेंसी NIA से कराने का अनुरोध किया है।”

चिट्ठी में उन्होंने कहा कि बंगाल में हिंदुओं के त्योहार मनाने के दौरान उन पर हमले आम बात हो गए हैं। इस दौरान हिंदुओं पर हमले किए जाते है, पत्थरबाजी की जाती है और बम फेंके जाते हैं। उन्होंने बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर खराब होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन हमलों को रोकने में नाकाम साबित हुई है।

उन्होंने कहा कि रामनवमी 2024 के दिन शक्तिपुर, बेलडांगा- II ब्लॉक, मुर्शिदाबाद में भगवान राम की शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की गई और बम फेंके गए। इसमें महिलाओं एवं बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर में भी 5 लोग घायल हुए हैं। बकौल अधिकारी, ये सारे हमले एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा की गई हैं।

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि घटना के दौरान पुलिस मौजूद थी, लेकिन हमलावरों पर कार्रवाई करने के बजाय शोभायात्रा में शामिल लोगों पर ही आँसू गैस के गोले फेंकने लगी। उन्होंने कहा कि इसका सीधा उद्देश्य हमलावरों को बचाना और हिंदुओं को उनके त्योहार को मनाने से रोकना था। इसके कारण इलाके में तनाव फैल गया है।

बता दें कि मुर्शिदाबाद में हिंदुओं की शोभायात्रा पर हमले का एक वीडियो पश्चिम बंगाल भाजपा द्वारा सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट किया गया था। इस वीडियो में इस वीडियो में कई लोग ऊँची छतों पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। वो वहाँ से नीचे ईंट-पत्थर फेंक रहे हैं। नीचे शोभायात्रा में शामिल लोगों में चीख-पुकार मची हुई दिखाई दे रही है।

वीडियो में हेलमेट पहने कुछ पुलिसकर्मी भी दिख रहे हैं। वो छत से पत्थर फेंक रहे उपद्रवियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। हालाँकि उनकी अपील का कोई भी असर हमलावरों पर होता नहीं दिख रहा है। 23 सेकेंड के इस वीडियो में नीचे खड़े लोग शोरगुल करते सुनाई दे रहे हैं। इस घटना में लोगों के सिर भी फट गए हैं, जिनकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया