‘बिहार पुलिस की लाठी से नहीं, हार्ट अटैक से मरे विजय सिंह’: BJP बोली- हाई कोर्ट सिटिंग जज करें जाँच, बेटे ने कहा था ‘बीमारी’ बताने का डाल रहे ‘दबाव’

भाजपा नेता विजय सिंह की मौत का कारण जिला प्रशासन ने हार्ट की बीमारी को बताया, पार्टी ने नकारा

बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने 13 जुलाई, 2023 को प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर जम कर लाठीचार्ज किया था। भाजपा ने आरोप लगाया था कि पुलिस की लाठी से पार्टी के जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी विजय सिंह की मौत पुलिस की लाठी से होने की बात कही। हालाँकि, पुलिस-प्रशासन ने इससे इनकार कर दिया। अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विजय सिंह की मौत हार्ट अटैक से हुई है।

जिला प्रशासन ने अब एक बयान जारी कर के कहा है कि विजय सिंह की मौत का पता लगाने के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। इस बोर्ड का कहना है कि मौत की वजह दिल की बीमारी और इससे संबंधित जटिलताएँ हैं। बयान में दावा किया गया है कि दोपहर 1:22 से 1:27 के बीच विजय सिंह छज्जूबाग में बेहोश हुए थे, जबकि लाठीचार्ज डाकबंगले क्रॉसिंग इलाके में हुई। भाजपा ने जिला प्रशासन के दावे को नकारते हुए उच्च-स्तरीय जाँच की माँग की है।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ की गई है। PMCH द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट की उच्च-स्तरीय जाँच की माँग करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के निर्देश पर इसे तैयार किया गया है। उन्होंने याद दिलाया कि वैशाली और लखीसराय में हुई मौतों की वजह भी दिल की बीमारी बता दी गई थी। वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इन आरोपों को बेबुनियाद कहा है।

मेडिकल रिपोर्ट में ये भी लिखा है कि विजय सिंह को हृदय रोग तो था ही, साथ ही उनके हृदय की 2 नसों में ब्लॉकेज भी था। हिस्टोपैथोलॉजिकल रिपोर्ट में भी ये निष्कर्ष आने की बात कही गई है। पटना के DM चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि मेडिकल जाँच रिपोर्ट में ये भी आया है कि विजय सिंह के शरीर पर जख्म के कोई निशान नहीं थे। उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी इस रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए माँग की है कि पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया का वीडियो उपलब्ध कराया जाए।

साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि 24 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक बिहार में भाजपा कार्यकर्ता जिला एवं मंडल स्तर पर प्रदर्शनी लगाएँगे, जिनमें 13 जुलाई वाली पुलिस इस लाठीचार्ज का से जुड़ी तस्वीरें लगाई जाएँगी। उन्होंने कहा कि विजय सिंह की मौत के मामले की जाँच एक सिटिंग जज की अध्यक्षता में गठित कमिटी द्वारा की जानी चाहिए। वहीं राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने किसी भी प्रकार की जाँच की ज़रूरत को नकारते हुए कहा कि भाजपा के पास मुद्दा नहीं है, इसीलिए इस पर राजनीति कर रही है।

याद दिला दें कि मृतक के बेटे ने कहा था कि उनके पिता कोई दवा वगैरह खाते ही नहीं थे और न ही किसी डॉक्टर के पास उनके नाम का प्रिस्क्रिप्शन मिलेगा। उन्होंने कहा था कि गाँव वाले भी कभी ऐसा नहीं कहेंगे कि वो बीमार थे, वो पैदल गाँव से जहानाबाद चले जाते थे। बेटे ने पूछा था कि अगर वो बीमार होते तो ट्रेन से पटना क्यों जाते? उन्होंने पुलिस पर भी परिवार को ‘टॉर्चर’ करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके पिता की मौत को बीमारी से हुई मौत बताने के लिए दबाव डाला जा रहा है। साथ ही इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी गवाह रहे भरत चंद्रवंशी ने भी कहा था कि लाठी चलने के कारण विजय सिंह की मौत हुई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया