अलीगढ़ के बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है कि कैंपस में ‘तिरंगा यात्रा’ के आयोजन के लिए 2 छात्रों को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अपने पत्र में बीजेपी सांसद ने लिखा कि गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कैम्पस में देशभक्ति से ओत-प्रोत तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाना था। इसके लिए प्रशासन ने इस आयोजन को विरोधी करार देते हुए उन सभी छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
इस बाबत बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रशासन से स्पष्टीकरण माँगे जाने का अनुरोध किया है। साथ ही सवाल उठाते हुए उन्होंने पत्र में में यह भी लिखा कि क्या भारत के किसी भी भूभाग में देशभक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया जाना असंवैधानिक है?
https://twitter.com/ANINewsUP/status/1088755928814387200?ref_src=twsrc%5Etfwइससे पहले भी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय विवादों में आ चुका है जब छात्रों को तिरंगा यात्रा और वंदे मातरम् के नारे के लिए नोटिस दिया गया था।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के प्रॉक्टर ने तिरंगा यात्रा निकालने और वन्दे मातरम् का नारा लगाने पर 6 छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिन छात्रों को नोटिस जारी किया गया है, उनमें छात्र नेता ठाकुर अजय सिंह और सोनवीर शामिल हैं। तिरंगा यात्रा का नेतृत्व करने वाले अजय बरौली के भाजपा विधायक ठाकुर दलवीर सिंह के पौत्र हैं। AMU ने छात्रों पर निम्न गंभीर आरोप लगाए हैं-
- बिना अनुमति यात्रा निकालना
- यूनिवर्सिटी कैंपस में शैक्षणिक माहौल को ख़राब करना
- क्लास में पढ़ रहे छात्रों को बहका कर रैली में ले जाना
- यात्रा में असामाजिक तत्वों का शामिल होना
- AMU को बदनाम करना, और
- छात्रों के बीच भय का माहौल पैदा करना
नोटिस मिलने के बाद छात्रों ने प्रॉक्टर मोहसिन ख़ान की तुलना जालियाँवाला बाग़ सामूहिक हत्याकांड को अंजाम देने वाले अंग्रेज अधिकारी जनरल डायर से की है। छात्रों ने कहा कि देशभक्ति के नारे लगाने और तिरंगा लहराने के लिए आज़ाद भारत में कहीं भी अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने AMU में हुई इन घटनाओं का जिक्र कर प्रॉक्टर को घेरा-
- आतंकी बशीर वानी के भारतीय सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद छात्रों ने उसके समर्थन में आज़ादी वाले नारे लगाए।
- कैंपस में सामान्य वर्ग को आरक्षण देने सम्बन्धी बिल की कॉपी को जलाया गया।
- जातिगत संघर्ष को बढ़ावा देने वाले सेमिनार आयोजित किए गए।