‘किसानों पर दर्ज सारे मुकदमे हों वापस’ : राकेश टिकैत 31 जनवरी को फिर करेंगे ‘विरोध’, किया ऐलान

किसान नेता राकेश टिकैत (साभार: द क्विंट)

राम मंदिर को देखकर भड़कने वाले राकेश टिकैत ने सोमवार (31 जनवरी 2022) को ‘विश्वासघात दिवस’ मनाने का ऐलान किया है। किसान नेता टिकैत ने रविवार (30 जनवरी 2022) को कहा कि 9 दिसंबर 2021 को सरकार द्वारा किए गए वादों के एक पत्र के आधार पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया था, लेकिन जो वादे उनसे किए गए थे वो अब तक पूरे नहीं हुए।

राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि सरकार द्वारा किसानों से वादाखिलाफी के खिलाफ 31 जनवरी को देशव्यापी ‘विश्वासघात दिवस’ मनाया जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “31 जनवरी को पूरे देश में ‘विरोध दिवस’ होगा। हमारी माँग है कि केंद्र उनके द्वारा दिल्ली में एमएसपी पर किए गए वादे को पूरा करे। और साल भर के विरोध के दौरान किसानों पर दर्ज मामले भी रद्द करें।”

बता दें कि इससे पहले राकेश टिकैत ने कई मीडिया चैनलों से बातचीत के दौरान 31 जनवरी को वादाखिलाफी दिवस मनाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि वो 31 जनवरी को पूरे देश में बड़े अधिकारियों को ज्ञापन देंगे और वादा खिलाफी दिवस मनाया जाएगा।

राम मंदिर देख भड़के राकेश टिकैत

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर किसान नेता राकेश टिकैत के राजनीति संबंधी बयान आने बंद नहीं हो रहे। हाल में उन्हें इंडिया टीवी ने अपने शो ‘चुनाव मंच’ में अतिथि के तौर पर बुलाया था, जहाँ इस मुद्दे पर बात हो रही थी कि आखिर ‘किसानों का मुख्यमंत्री कौन है’ लेकिन यहाँ भी टिकैत का रवैया राजनीतिक ही देखने को मिला।

बीच शो में राकेश टिकैत इस बात पर चिल्ला पड़े कि आखिर उनके पीछे लगे बैकग्राउंड में राम मंदिर की तस्वीर क्यों दिखाई जा रही है। उन्होंने कहा कैमरा और कलम पर अब बंदूक का पहरा है इसीलिए शो में राम मंदिर को दिखाया जा रहा है। इसके बाद उनकी आवाज तेज होती गई और वह चैनल पर प्रचार करने का आरोप लगाते रहे। उनके समर्थकों ने पीछे से हल्ला करना शुरू कर दिया। इसी बीच एंकर ने किसान नेता का ये रवैया भांपते हुए उन्हें फटकार लगाई और समझाया कि अगर वो मेहमान हैं चैनल के तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो कुछ भी अनाप-शनाप बोलेंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया