सोलर पैनल वाले 1 करोड़ घर, ₹78000 तक सब्सिडी, 300 यूनिट बिजली फ्री, 17 लाख को रोजगार: मोदी सरकार ने ‘PM सूर्य घर’ पर लगाई मुहर, जानिए सब कुछ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो साभार : हिंदुस्तान टाइम्स)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिसमें सबसे अहम फैसला पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर लिया गया। केंद्र सरकार ने इस योजना पर मुहर लगा दी है। इस योजना के तरह 75 हजार करोड़ से अधिक का निवेश भारत सरकार करेगी। इसके तहत 1 करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जाएँगे।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत एक करोड़ घरों को 300 यूनिट्स की बिजली मुफ्त दी जाएगी। इस योजना के तहत 2 किलोवाट सिस्टम्स के रेसिडेंशियल रुफटॉप सोलर के लिए कुल सिस्टम्स के लागत का 60 फीसदी रकम की केंद्रीय वित्तीय मदद भी दी जाएगी। 2 से 3 किलोवाट के सिस्टम की लागत का 40 प्रतिशत हिस्सा सरकार देगी। सरकार एक किलोवाट सिस्टम्स पर 30,000 रुपये की सरकार सब्सिडी देगी, 2 किलोवाट पर 60,000 रुपये और 3 किलोवाट सिस्टम्स पर 78000 रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी।

17 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के जरिए हाउसहोल्ड्स बिजली बिल बचत करने के साथ डिस्कॉम को सरप्लास पावर बेचकर कमाई भी कर सकेंगे। 3 किलोवाट के रुफटॉप सोलर सिस्टम्स के जरिए 300 यूनिट्स तक औसतन बिजली उत्पादन किया जा सकेगा। इस योजना के जरिए रेसिडेंशियल सेक्टर में 30 गीगावाट सोलर कैपिसिटी की क्षमता तैयार हो सकेगी, जिससे अगले 25 वर्षों के रुफटॉप सोलर सिस्टम्स के लाइफ के दौरान जिससे 720 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकेगा। सरकार ने बताया कि पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के जरिए 17 लाख डायरेक्ट जॉब मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिटिक्स, सप्लाई चेन, सेल्स, इंस्टॉलेशन, ओ एंड एम और दूसरे सर्विसेज में पैदा किया जा सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक में उर्वरकों पर 24,420 करोड़ रुपए की सब्सिडी का फैसला लिया गया है, जिससे करोड़ों किसान को फायदा होगा। सरकार ने कहा है कि डीएपी 1,350 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर मिलती रहेगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रिमंडल में लिए गए इस फैसले की संवाददाताओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा, “एक अप्रैल से 30 सितंबर तक के खरीफ सत्र 2024-25 के लिए पीएंडके उर्वरकों पर 24,420 करोड़ रुपये की पोषक तत्व-आधारित सब्सिडी को मंजूरी दी गई है।”

सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री पर जोर

सरकार ने बृहस्पतिवार (29 फरवरी 2024) को 1.26 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ गुजरात और असम में तीन सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्रिमंडल के प्रस्तावों को मंजूरी देने के बाद दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि तीनों इकाइयों का निर्माण अगले 100 दिन में शुरू हो जाएगा।इस बैठक में कई अन्य अहम फैसले भी लिए गए।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्प (पीएसएमसी) के साथ साझेदारी में एक सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करेगी। इस संयंत्र की स्थापना गुजरात के धोलेरा में की जाएगी। इसमें 91,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड 27,000 करोड़ रुपये के निवेश से असम के मोरीगाँव में एक सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करेगी। सीजी पावर – जापान की रेनेसा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन और थाइलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर गुजरात के साणंद में एक सेमीकंडक्टर संयंत्र लगाएगी। साणंद संयंत्र में 7,600 करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया