जमीन के बदले नौकरी देेने के मामले में बिहार और हरियाणा के 25 ठिकानों पर सीबीआई (CBI) ने बुधवार (24 अगस्त 2022) को छापेमारी की। ये ठिकाने बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Bihar Deputy CM Tejaswi Yadav) और उनसे जुड़े लोगों के बताए जा रहे हैं।
हरियाणा के गुरुग्राम (Gurugram) में CBI ने तीन ठिकानों पर रेड की। इनमें से एक अर्बन क्यूब्स मॉल (Urban Cubes Mall) भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि गुरुग्राम के सेक्टर-71 स्थित यह मॉल तेजस्वी यादव का है। हालाँकि, तेजस्वी ने इससे इनकार किया है।
अर्बन क्यूब्स मॉल के अलावा के अन्य दो जगह भी CBI के निशाने पर है। इनमें से एक लोकेशन सेक्टर 65 का है, जहाँ तेस्वी की कंपनी मेडवास का ऑफिस बताया जा रहा है। वहीं, तीसरा लेकेशन सेक्टर 42 में स्थित गोल्फ व्यू कॉरपोरेट टावर के 7वीं मंजिल पर स्थित लैंडबेस प्राइवेट लिमिटेड। ये दोनों भी तेजस्वी से जुड़े बताए जा रहे हैं।
हालाँकि, अर्बन क्यूब्स मॉल (Urban Cubes Mall) का मालिक होने से तेजस्वी ने इनकार किया है। तेजस्वी ने कहा, “गुरुग्राम के जिस मॉल में सीबीआई ने छापा मारा है, वह मेरा नहीं है। इसका उद्घाटन बीजेपी सांसद ने किया था।”
सीबीआई ने यह छापेमारी जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में की है। एजेंसी ने 23 सितंबर 2021 को इस मामले में FIR की थी। इस घोटाले को बहुत ही शातिर तरीके से अंजाम दिया गया था। जिन उम्मीदवारों से जमीनें ली गई थीं, उन्हें नौकरी देने के लिए रेलवे अधिकारियों ने अनुचित तरीके से जल्दबाजी में आवेदन मँगाए और तीन दिनों के भीतर समूह ‘डी’ पदों पर स्थानापन्न के रूप में नियुक्त कर दिया। बाद में उनकी नौकरी को नियमित कर दिया गया था।
जिस समय पर इस घोटाले को अंजाम दिया गया, उस समय रेल मंत्री लालू यादव थे। लालू यादव के करीबी भोला यादव उनके OSD हुआ करते थे और वही इन सब चीजों को मैनेज करते थे। बाद में सीबीआई ने भोला यादव को अरेस्ट कर लिया था।
इतना ही नहीं, इस मामले में लालू यादव की पत्नी और तेजस्वी यादव की माँ राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास पर भी सीबीआई ने छापेमारी की थी। उस दौरान तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के कमरों की भी तलाशी ली गई थी। वहाँ कई दस्तावेज बरामद करने की बात सामने आई थी।