मंदिर वहीं पर बन रहा, अयोध्या की तरह मथुरा-काशी की तारीख भी ‘तय’: CM योगी ने बताई प्रभु इच्छा, राहुल गाँधी को पढ़ाया इतिहास

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (तस्वीर साभार: आजतक)

राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा-काशी को लेकर अपना पक्ष साफ कर दिया है। उन्होंने बताया है कि अयोध्या को लेकर कहा गया था- रामलला हम आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे, तो अब मंदिर वहीं पर बन रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह अयोध्या के लिए कानून लड़ाई लड़ी गई वैसे ही मथुरा-काशी के लिए न्यायालय के सामने सबूत दिए जाएँगे, फिर जो फैसला होगा उसे माना जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये सारी बातें आजतक को दिए इंटरव्यू में कहीं। यहाँ वह अयोध्या को एक नगरी न मानकर पूरे विश्व की राजधानी बताते दिखे। वहीं उन्होंने उद्धव ठाकरे गुट के संजय राउत के आरोपों का भी जवाब दिया जिसमें कहा जा रहा था कि राम मंदिर का गर्भगृह ठीक स्थान पर नहीं बना है। सीएम योगी ने राउत के सवालों पर कहा कि प्रभु राम का मंदिर ठीक उसी जगह पर बनाया है जहाँ उसे होना चाहिए था।

सीएम योगी बोले कि संजय राउत और उद्धव ठाकरे तो खुद इसके दर्शन कर चुके हैं। अगर उन्हें ऐसा कुछ लगा था तो उन्होंने पहले सुझाव क्यों नहीं दिया। अब अंगूर खट्टे हैं तो कोई भी बोल सकता है। सीएम योगी ने ये भी कहा कि हमारी पूरी लड़ाई वही थी- रामलला हम आएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे। अब मंदिर वहीं उसी जगह बन रहा है। वेदों में अयोध्या को सप्तपुरियों में से प्रथम पुरी के रूप में सम्मानित किया गया है, अयोध्या उसी रूप में सुसज्जित हो रही है।

उन्होंने अयोध्या में आए बदलाव की बात करते हुए कहा कि 10 साल पहले तक कोई सोचता भी नहीं था कि यहाँ फोर लेन सड़क बनेगी। मगर आज शहर के पास सुख सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन है, जो कि एक समय में छोटी सी रेल लाइन हुआ करता था। यहाँ अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बनकर तैयार है। सरयू नदीं पर पहले सरकारे गोलियाँ चलवाती थीं, अब यहाँ क्रूज चलते हैं।

मथुरा काशी पर जब सीएम से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा, “ये विषय अभी न्यायालय में है। हमने रामलला के लिए 500 सालों तक संघर्ष किया। हमने मर्यादित ढंग से ही न्याय और सत्य की विजय प्राप्त करने के बाद ही रामलला का मंदिर बना रहे हैं। ऐसे ही हम इस मामले को भी न्यायालय के जरिए ही हल करेंगे। हम हर सबूत कोर्ट के सामने रखेंगे और अपनी लड़ाई लड़ेंगे।”

जब उनसे कृष्ण मंदिर की तारीख पूछी गई तो इस पर सीएम योगी ने कहा सब कुछ कानूनी तरीके से किया जाएगा। प्रभु की तारीख हम कैसे तय कर सकते हैं। जब प्रभु की इच्छा होगी तब ये सब हो जाएगा।

राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस द्वारा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को पॉलिटिकल इवेंट बताने पर सीएम योगी ने कहा कि अगर ये पॉलिटिकल इवेंट है तो कॉन्ग्रेस को ऐसा करने से किसने रोका था। 1948 से एक लंबे समय तक देश में सरकारें चलाई हैं। उन्होंने ऐसा कोई इवेंट क्यों नहीं किया। राहुल गाँधी तो 2004 से सांसद हैं और काफी समय से सरकार पीछे से चलाते आए हैं, उन्हें ऐसा इवेंट करने से किसने मना किया था। सीएम योगी ने कहा कि राहुल गाँधी हमेशा बस भारत के संविधान का अपमान करने वाले इवेंट करते आए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया