अयोध्या में राम = तंबू में रखी गुड़िया, राम मंदिर पवित्र नहीं: कॉन्ग्रेसी मंत्री ने उगला जहर, कहा – BJP चुनाव के लिए बना रही मंदिर, लोगों को दे रही धोखा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैय्या के साथ मंत्री राजन्ना (फोटो साभार : rediff)

अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। इसके बावजूद इंडी गठबंधन और कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता भगवान राम को अपमानित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे। इसी क्रम में अब कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार में मंत्री और कॉन्ग्रेस का बड़ा क्षेत्रीय नेता केएन राजन्ना का भी नाम जुड़ गया है। केएन राजन्ना ने कहा है कि बीजेपी भगवान राम के नाम पर लोगों को धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि वो अयोध्या जा चुके हैं और वहाँ मस्जिद में 2 गुड़ियों को राम कहा जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 16 जनवरी को बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने कहा कि बीजेपी भगवान राम के नाम पर लोगों को धोखा दे रही है। उन्होंने अपने बयान में भगवान राम की तुलना ‘तंबू में रखी गुड़िया’ से कर दी।

राजन्ना ने दावा किया कि जब 1991 में बाबरी ढाँचा ढहाया गया था, तब वो अयोध्या गए था। उन्होंने कहा, “हिंदुओं ने तंबू में गुड़िया रखी और उसे राम मंदिर कह दिया।” राजन्ना ने अयोध्या के मंदिर को पवित्र मानने से इनकार करते हुए कहा कि अयोध्या से ज्यादा पवित्र राम मंदिर अन्य जगहों पर हैं।

राजन्ना ने कहा, “हमारे देश में हजारों साल पुराने ऐतिहासिक राम मंदिर हैं, जो ज्यादा पवित्र हैं। अब बीजेपी चुनाव के लिए मंदिर बना रही है। बीजेपी लोगों को धोखा दे रही है।”

राजन्ना ने आगे कहा, “जब बाबरी को गिराया गया, तो मैं वहाँ गया था। उन लोगों ने तंबू में दो गुड़िया रख दी और उन्हें राम कहना शुरू कर दिया। हम जब राम मंदिर जाते हैं, तो एक पवित्र अहसास होता है, लेकिन अयोध्या में मुझे कुछ महसूस नहीं हुआ। ये टॉकीज में रखी गुड़िया को देखने जैसा था।”

इस मामले में बीजेपी की नेता मालविका अविनाश ने कॉन्ग्रेस पर जोरदार हमला बोला। मालविका अविनाश ने कहा कि कॉन्ग्रेस राजनीतिक और मानसिक तौर पर दिवालिएपन की शिकार हो चुकी है।

बता दें कि इंडी गठबंधन के नेता लगातार राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। कुछ समय पहले ही शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया था कि राम लला के जन्मस्थान पर मंदिर नहीं बन रहा है, बल्कि मूलस्थान से 4 किलोमीटर दूर मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया