‘पद्मश्री छीन इसे गिरफ्तार किया जाए’- उदित राज ने कहा ‘पागल’: कंगना पर एक साथ टूट पड़ा वामपंथी-कॉन्ग्रेसी गिरोह

कंगना पर एक साथ टूट पड़ा वामपंथी-कॉन्ग्रेसी गिरोह

सन 1947 में आज़ादी को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान ने तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर वाद-विवाद के साथ इस मुद्दे पर अब राजनेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी है। इस मुद्दे पर अब कॉन्ग्रेस नेता उदित राज ने बयान दिया है। उदित राज ने कंगना रनौत को मानसिक बीमार की संज्ञा दी है।

उदित राज ने अपने ट्विटर हैंडल से कंगना रनौत पर भड़ास निकाली है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्बोधित कर ट्वीट किया, “मोदी सरकार ने मानसिक बीमार कंगना रनौत को पद्मश्री देकर संविधान, जनतंत्र और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। पद्मश्री छीनकर इस पागल को गिरफ़्तार किया जाए।”

उदित राज यहीं नहीं रूके। उन्होंने 2 घंटे बाद एक और ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, “भाजपा प्रचारक पद्मश्री कंगना रनौत ने कहा कि आजादी 2014 मे मिली। RSS ने 11 दिसम्बर 1948 को संविधान व डॉ अंबेडकर का पुतला जलाया था। ये दलित, आदिवासी, पिछड़े एवं महिलाओं की आजादी को मानते ही नही”। उदित राज ने अपने इस ट्वीट में अपनी पार्टी कॉन्ग्रेस के अलावा ANI और PTI को भी टैग किया है।

कंगना रनौत ने टाइम्स नाउ के एक कार्यक्रम में उन्होंने असली आज़ादी 2014 में मिलनी बताया था। 1947 में मिली आज़ादी को उन्होंने आज़ादी नहीं बल्कि भीख की संज्ञा दी थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना होने लगी। कॉन्ग्रेस नेता गौरव पांधी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कंगना रनौत की आलोचना की है।

इससे पहले भाजपा नेता वरुण गाँधी ने इस बयान पर कंगना रनौत को आड़े हाथों लिया था। इस बयान को लेकर वरुण गाँधी ने ट्वीट कर कहा था, “इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह?” अपने इस ट्वीट में वरुण गाँधी ने कंगना पर महात्मा गाँधी, मंगल पाण्डेय, रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के अपमान का आरोप लगाया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया