कॉन्ग्रेस सत्ता में आई तो उत्तराखंड में खुलेगा मुस्लिम विश्वविद्यालय: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने किया वादा

हरीश रावत (बाएँ), अकील अहमद (दाएँ) (फोटो साभार: Twitter)

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले, कॉन्ग्रेस नेता हरीश रावत ने मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने पर राज्य में एक मुस्लिम विश्वविद्यालय खोलने का वादा किया है। कॉन्ग्रेस नेता अकील अहमद ने बुधवार (2 फरवरी 2022) को सहसपुर निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन वापस ले लिया और कहा कि रावत ने उनसे वादा किया है कि अगर कॉन्ग्रेस सत्ता में आई तो मुस्लिम छात्रों के लिए एक विश्वविद्यालय बनाया जाएगा।

उत्तराखंड बीजेपी ने सहसपुर निर्वाचन क्षेत्र से कॉन्ग्रेस नेता आर्येंद्र शर्मा का समर्थन करते हुए अकील अहमद का एक वीडियो पोस्ट किया और कहा कि कॉन्ग्रेस का केवल एक एजेंडा है और वह है राज्य में मुस्लिम विश्वविद्यालय बनाना। उत्तराखंड बीजेपी ने ट्वीट में लिखा, “चार धाम और कॉन्ग्रेस का एक ही काम- उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी का निर्माण!”

वीडियो के अनुसार, जब पूर्व सीएम और कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सहसपुर के रहने वाले अकील अहमद की 12 माँगों को मान लिया तो उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन वापस ले लिया। अहमद ने पुष्टि की कि राज्य कॉन्ग्रेस नेता देवेंद्र यादव ने भी उनकी 12 माँगों में से एक मुस्लिमों के लिए विश्वविद्यालय खोलने की उनकी माँगों का समर्थन किया।

उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कहा, “मैं सहसपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए आर्येंद्र शर्मा का समर्थन करने के लिए तैयार हूँ। मुझे कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि हरीश रावत जी और देवेंद्र यादव ने मेरी माँगों को मान लिया है। रावत जी ने उत्तराखंड में मुस्लिम छात्रों के लिए विश्वविद्यालय बनाने का वादा किया है। मुझे और कुछ नहीं चाहिए।”

मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि राज्य में कॉन्ग्रेस उत्तराखंड में अल्पसंख्यकों के गढ़ में कुछ सीटों पर वोटों के बँटवारे को लेकर चिंतित है, जिसमें सपा, बसपा और AIMIM जैसे प्रतिद्वंद्वियों ने मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड में मुस्लिम विश्वविद्यालय खोलने का समर्थन कर रही कॉन्ग्रेस ने कर्नाटक में संस्कृत विश्वविद्यालय बनाने के प्रस्ताव का विरोध किया था। 16 जनवरी को, कर्नाटक सरकार द्वारा कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर के लिए 100 एकड़ भूमि आवंटित किए जाने के बाद कर्नाटक कॉन्ग्रेस के प्रवक्ता नटराज गौड़ा ने राज्य सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा था कि राज्य को इसकी ज़रूरत ही नहीं है। उन्होंने इसे ‘बेकार’ बताते हुए कहा कि कर्नाटक के बच्चों को संस्कृत पढ़ाना ‘धर्मांधता’ की साजिश का एक हिस्सा है। उन्होंने सरकार को इसके उलट पर्यटन को बढ़ावा देने की सलाह दी।

उत्तराखंड विधानसभा के 70 सदस्यों के चुनाव के लिए इस साल 14 फरवरी को उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होंगे। नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएँगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया