…जरूरत पड़े तो शेहला राशिद को गिरफ्तार करो, कोर्ट ने दिया आदेश: भारतीय सेना को किया था बदनाम

शेहला रशीद (फाइल फोटो, साभार: उनकी फेसबुक वॉल)

समय-समय पर कश्मीर की आज़ादी का राग अलापने वाली जेएनयू की शेहला रशीद द्वारा भारतीय सेना के ख़िलाफ़ ट्वीट करने के मामले में शुक्रवार (15 नवंबर) को हुई सुनवाई में दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को शेहला राशिद को गिरफ़्तार करने की स्थिति में 10 दिन पूर्व गिरफ़्तारी नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। दरअसल, दिल्ली की अदालत ने आरोपित शेहला राशिद की अग्रिम ज़मानत याचिका पर यह फै़सला दिया है।

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शेहला हाल ही में कश्मीर को लेकर सनसनीखेज दावें कर सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने कहा था कि आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद सेना लोगों को प्रताड़ित कर रही है। इस मामले को लेकर उनके ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा किया गया था। इसके अलावा, उन्होंने कश्मीर की चुनावी राजनीति से अलग रहने का ऐलान भी किया था।

उन्होंने यह घोषणा ऐसे वक़्त में की थी जब जम्मू-कश्मीर में बीडीसी यानी ब्लॉक डेवलपमेंट कौंसिल के चुनाव होने थे। राजनीति से तौबा करने का दोष भी उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर ही मढ़ा। उन्होंने कहा था कि कश्मीर में जो कुछ हो रहा है उसे वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहीं, इसलिए चुनावी राजनीति से दूर रहने का फ़ैसला किया है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी थी।

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ग़ौरतलब है कि शेहला ने इस साल की शुरुआत में पूर्व आईएएस और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) के नेता शाह फैसल की पार्टी भी ज्वाइन की थी। लेकिन, केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया। इसके बाद से आतंकवाद की दुकान बंद होने के गम में देशभर के वामपंथी गिरोह ने तमाम तरीकों से छाती कूटकर कर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया